जैक डॉर्सी की 'ब्लूस्काई' एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर लॉन्च, मानी जा रही ट्विटर का विकल्प
ट्विटर के को-फाउंडर और पूर्व CEO जैक डॉर्सी का सोशल नेटवर्क ब्लूस्काई एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर लॉन्च किया गया है। डॉर्सी ने 2021 में ट्विटर के CEO के का पद संभाला था और उनका जोर डीसेंट्रलाइज्ड सोशल नेटवर्क बनाने पर था। वह ऐसा सोशल नेटवर्क बनाना चाहते थे, जिसमें प्लेटफॉर्म पर देखी जाने वाले कंटेट पर उससे जुड़े समुदाय पर लोगों का कंट्रोल हो। ब्लूस्काई को ट्विटर का प्रतिद्वंदी माना जा रहा है। आइये जानते हैं कि यह क्या है।
ब्लूस्काई में हैं ट्विटर जैसे फीचर्स
ब्लूस्काई को ट्विटर के डीसेंट्रलाइज्ड विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। ब्लूस्काई का कहना है कि वह ऐसा कस्टमाइज होने वाला मार्केटप्लेस बनाने पर काम कर रही है, जो यूजर्स को यह कंट्रोल देती है कि वो अपने अटेंशन को कैसे स्पेंड करते हैं। ब्लूस्काई यूजर्स को ट्विटर की तरह ही लाइक ट्रैक करने या बुकमार्क, ट्वीट एडिट करने, डायरेक्ट मैसेज (DMs) और हैशटैग इस्तेमाल करने के बुनियादी टूल देती है।
मौजूदा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के बारे में डॉर्सी की राय
डॉर्सी ने ट्विटर छोड़ने के बाद ब्लूस्काई के बारे में बात की थी और इसे डीसेंट्रलाइज्ड सोशल मीडिया बताया था। 2019 में डॉर्सी ने कहा था कि मौजूदा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ऐसे कंटेंट और बातचीत को बढ़ावा देते हैं, जो विवाद, नाराजगी और नफरत को बढ़ावा देते हैं। हालांकि, ब्लू स्काई अभी सभी के लिए खुला नहीं है और इसे सिर्फ इनवाइट ओनली के जरिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
ट्विटर के ब्लू टिक हटाने के बीच ब्लूस्काई का लॉन्च
ब्लूस्काई को फरवरी के अंत में पहली बार iOS यूजर्स के लिए रोल आउट किया गया था और इसे एंड्रॉयड पर लॉन्च किए जाने की खबर उस बीच आई है, जब ट्विटर ने सभी का लेगेसी ब्लू टिक हटा दिया है। डॉर्सी भी उन लोगों में से हैं, जिनका लेगेसी ब्लू टिक ट्विटर ने हटा दिया है। डॉर्सी ने यह भी कहा कि वो ट्विटर पर ब्लू टिक के लिए भुगतान करने के इच्छुक नहीं हैं।
ट्विटर से मुकाबले के लिए अन्य ऐप पर भी जारी है काम
एलन मस्क ने जब से ट्विटर को खरीदा है, उसके बाद ट्विटर को टक्कर देने के लिए कई ऐप्स चर्चा में आई हैं। इनमें मास्टोडॉन नाम की भी माइक्रो ब्लॉगिंग साइट है। इसे लॉन्च 2016 में ही किया गया था, लेकिन मस्क ने जब ट्विटर खरीदी तो मास्टोडॉन के डाउनलोड काफी ज्यादा बढ़े थे। ट्विटर से निकाले गए कुछ कर्मचारी भी स्पिल नाम से ट्विटर का एक विकल्प तैयार करने में लगे हैं।