आगामी मिशन में ISRO की मनुष्यों को चंद्रमा पर उतारने और सुरक्षित वापसी की योजना
चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) चंद्रयान-4 और चंद्रयान-5 को लेकर अपनी योजना पर काम कर रही है। पहले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर आज (23 अगस्त) ISRO प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा है कि ISRO के आगामी मिशन (चंद्रयान-4 और चंद्रयान-5) भारत के अगले 20 वर्षों में मनुष्यों को चंद्रमा पर भेजने और उन्हें सुरक्षित वापस लाने के उद्देश्य के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
चंद्रयान-3 से मिला इतना डाटा
चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर 23 अगस्त, 2023 को उतरा था। सोमनाथ ने आज बताया है कि चंद्रयान-3 मिशन के तहत 5 प्रयोग किए गए, जिनसे महत्वपूर्ण डाटा मिला। उन्होंने कहा, "आज हमारे पास चंद्रयान-3 से 55GB डेटा है।" ISRO प्रमुख ने यह भी कहा कि डाटा की समीक्षा और विश्लेषण किया गया है और इसे जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा। इस डाटा का अन्य वैज्ञानिक भी विश्लेषण कर सकेंगे।
ISRO प्रमुख ने क्या कहा?
सोमनाथ ने पहले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में कहा, "चंद्रयान 3 की यात्रा जारी रहेगी। चंद्रयान-4 का मॉडल तैयार है। हमने साबित कर दिया है कि चंद्रमा तक कैसे पहुंचा जाए, लेकिन हमें अब यह साबित करना है कि वहां से वापस कैसे आना है।" उन्होंने आगे कहा, "अगला कदम उठाना महत्वपूर्ण है क्योंकि हमारे पास मनुष्यों को चंद्रमा पर भेजने और उन्हें सुरक्षित वापस लाने का एक अतिरिक्त दृष्टिकोण है।"