डोनाल्ड ट्रंप के चुनावी अभियान को ईरान ने किया हैक, दस्तावेज लीक होने का आरोप
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टीम ने दावा किया कि उनके अभियान को हैक कर लिया गया था। अमेरिकी न्यूज एजेंसी पोलिटिको ने ट्रंप कैंपेन के हवाले से कहा है कि एक गुमनाम ईमेल अकाउंट से कैंपेन से जुड़े आंतरिक दस्तावेज चोरी कर लिए गए। टीम यह दावा माइक्रोसॉफ्ट की रिपोर्ट के आधार पर किया है, जिसमें ईरानी हैकर्स द्वारा ट्रंप कैंपेन सहित पिछले 3 अमेरिकी चुनाव चक्रों में हैकिंग किए जाने की जानकारी दी गई थी।
फिशिंग ईमेल के जरिए दस्तावेज किए चोरी
रिपोर्ट में दावा किया है कि ईरान के हैकर्स ने जून में राष्ट्रपति अभियान के एक बड़े अधिकारी को एक स्पीयर फिशिंग ईमेल भेजा था। इसमें एक हाइपरलिंक के साथ एक नकली फॉरवर्ड शामिल था, जो सूचीबद्ध डोमेन पर रीडायरेक्ट करने से पहले एक हैकर नियंत्रित डोमेन के माध्यम से ट्रैफिक को निर्देशित करता है। माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि ईरानी हैकर्स ने 2020 के मई और जून में राष्ट्रपति अभियान को इसी तरह निशाना बनाया।
ट्रंप की टीम ने ईरान पर लगाया यह आरोप
माइक्रोसॉफ्ट की रिपोर्ट में लिखा, "हाल की गतिविधि से पता चलता है कि क्रेमलिन के साथ-साथ ईरानी शासन भी 2024 के चुनाव में समान रूप से शामिल हो सकता है।" ट्रंप अभियान के संचार निदेशक स्टीवन चेउंग ने एक्सियोस को एक ईमेल में कहा, "हैक किए गए दस्तावेज अमेरिका के प्रति शत्रुतापूर्ण विदेशी स्रोतों से अवैध रूप से प्राप्त किए गए थे, जिसका उद्देश्य 2024 के चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप करना और हमारी पूरी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अराजकता फैलाना था।"