बच्चों के लिए नहीं आएगी इंस्टाग्राम किड्स ऐप, आलोचना के बाद कंपनी ने रोका प्रोग्राम
लोकप्रिय फोटो शेयरिंग ऐप इंस्टाग्राम कम उम्र के यूजर्स और खासकर बच्चों को अपने यूजरबेस में शामिल करने के लिए एक खास ऐप पर काम कर रही थी, जिससे जुड़े संकेत मिले थे। इंस्टाग्राम को इस डिवेलपमेंट के चलते आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था और ज्यादातर एक्सपर्ट्स ने इंस्टाग्राम किड्स ऐप बनाए जाने की आलोचना की थी। फेसबुक की ओनरशिप वाली इंस्टाग्राम ने अब इस ऐप का डिवेलपमेंट रोक दिया है।
अमेरिकी लॉ-मेकर्स ने किया था विरोध
अमेरिकी लॉ-मेकर्स और एडवोकेसी ग्रुप्स ने इंस्टाग्राम किड्स ऐप के लॉन्च का विरोध किया था। सोशल मीडिया कंपनी ने इस ऐप का लॉन्च रोकने की मांग की गई थी और कहा गया था कि फेसबुक को 'ऑनलाइन बच्चों की सुरक्षा को लेकर जरूरी प्रयास' करने चाहिए। बता दें, इंस्टाग्राम की योजना यह ऐप 13 साल से कम उम्र वाले बच्चों के लिए लॉन्च करने की थी, जिसमें बच्चों को उनकी उम्र के हिसाब से कंटेंट दिखाया जाता।
कंपनी ने ब्लॉग में दी डिवेलपमेंट रोकने की जानकारी
फोटो शेयरिंग ऐप ने एक ब्लॉग पोस्ट में इंस्टाग्राम किड्स ऐप का डिवेलपमेंट रोकने की बात कही है। इंस्टाग्राम ने लिखा, "हमें लगता है कि इंस्टाग्राम किड्स सही दिशा में एक कदम है लेकिन हम इसपर काम रोक रहे हैं।" कंपनी ने कहा है कि पैरेंटल सुपरविजन टूल्स पर काम जारी रहेगा और इंस्टाग्राम जैसी ऐप्स पर बच्चों की ओर से की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी पैरेंट्स को मिलती रहेगी।
इंस्टाग्राम ने बच्चों के लिए अलग ऐप को बेहतर बताया
ब्लॉग में इंस्टाग्राम ने लिखा, "सच्चाई यह है कि बच्चे पहले ही ऑनलाइन हैं और हमें लगता है कि उन्हें उम्र के हिसाब से अनुभव देना मौजूदा स्थिति के मुकाबले बेहतर होगा।" कंपनी का तर्क है कि नई ऐप में बच्चों की उम्र के हिसाब से फिल्टर्स लगाए जाएंगे और उन्हें दिखने वाला कंटेंट नियंत्रित होगा। इसके अलावा माता-पिता तय कर सकेंगे कि उनका बच्चा सोशल मीडिया का इस्तेमाल कैसे कर रहा है।
उठाई गई थी ऐप लॉन्च ना करने की मांग
कॉमर्शियल-फ्री चाइल्डहुड (CFC) ग्रुप की ओर से इस साल फेसबुक CEO मार्क जुकरबर्ग को लेटर भेजा गया था। CFC ने कहा था कि ऐसे सोशल मीडिया पर मौजूद होने की स्थिति में फोटोज अपलोड करने के बाद उनपर मिलने वाली प्रतिक्रिया के लिए बच्चे बार-बार डिवाइस चेक करेंगे और उनके विकास पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। सोशल नेटवर्क्स को प्राइवेसी के लिए खतरा बताया गया है और डाटा चोरी जैसे मामले लगातार सामने आते रहते हैं।
सोशल मीडिया पर बच्चों का होना कितना जरूरी?
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कम उम्र में बच्चों को सोशल मीडिया का ऐक्सेस देना उनके विकास पर नकारात्मक असर डाल सकता है। फेसबुक जैसे कंपनियां पैरेंट्स के नियंत्रण वाला सोशल मीडिया बच्चों को देने का विकल्प लेकर आई हैं, लेकिन खुद फेसबुक CEO मार्क जुकरबर्ग अपने बच्चों को सोशल मीडिया और लाइमलाइट से दूर रखते हैं। मार्क ने एक ब्रीफिंग के दौरान कहा था, "मैं नहीं चाहता कि मेरे बच्चे किसी टीवी या कंप्यूटर के सामने ज्यादा वक्त बिताएं।"