प्राइवेसी के लिए खतरा हैं इंस्टाग्राम और फेसबुक, किसी भी वेबसाइट पर कर सकती हैं ट्रैक
अगर आप आईफोन पर फेसबुक और इंस्टाग्राम ऐप्स इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपकी चिंता बढ़ा सकती है। सुरक्षा रिसर्चर्स की ओर से मेटा फैमिली की ऐप्स पर गंभीर आरोप लगे हैं और कहा गया है कि इनकी आईफोन ऐप्लिकेशंस यूजर्स को किसी भी वेबसाइट पर ट्रैक कर सकती हैं। दावा है कि ऐप्स अपने इन-ऐप इंटरनेट ब्राउजर्स में यूजर्स की ओर से ऐक्सेस की गई हर वेबसाइट और उनपर यूजर्स की हर गतिविधि ट्रैक की जा सकती हैं।
पूर्व गूगल इंजीनियर ने दी जानकारी
आईफोन ऐप्स की ट्रैकिंग क्षमता से जुड़ी जानकारी पूर्व गूगल इंजीनियर और रिसर्चर फेलिक्स क्रॉसे ने अपने ब्लॉग पोस्ट में दी है। उन्होंने कहा, "iOS इंस्टाग्राम और फेसबुक ऐप्स कस्टम इन-ऐप ब्राउजर का इस्तेमाल करती हैं और इनकी मदद से सभी थर्ड-पार्टी लिंक्स और ऐड्स को रेंडर कर सकती है। ऐप्स को पासवर्ड्स, एड्रेसेज और हर टैप जैसे इनपुट्स की जानकारी मिल सकती है।" हालांकि, ऐप्स ऐसा करती हैं या नहीं इसपर कुछ नहीं कहा गया है।
मेटा ऐप्स के अंदर ही ओपेन होती हैं वेबसाइट्स
रिसर्चर ने बताया है कि मेटा ऐप्स बिल्ट-इन सफारी ब्राउजर के बजाय एक्सटर्नल वेबाइट्स अपने खुद के ब्राउजर में ऐप के अंदर ही ओपेन करती हैं। इस तरह ऐप्स के पास एक्सटर्नल वेबसाइट्स को मॉनीटर करने का विकल्प होता है। बुरी बात यह है कि ऐसा करने के लिए ऐप्स यूजर या वेबसाइट प्रोवाइडर की तरह से किसी तरह का अप्रूवल या अनुमति नहीं लेतीं और यूजर्स को इसका पता नहीं चलता।
वेबसाइट्स में कोड इंजेक्ट करती है इंस्टाग्राम
ब्लॉग पोस्ट में बताया गया है कि इंस्टाग्राम ऐप अपने इन-ऐप ब्राउजर में ओपेन की जाने वाली वेबसाइट्स में उसके जावास्क्रिप्ट कोड इंजेक्ट कर देती है। पोस्ट के मुताबिक, ऐसा यूजर की ओर से ऐड्स पर क्लिक किए जाने की स्थिति में भी किया जाता है। रिसर्चर ने लिखा, 'इंजेक्टेड स्क्रिप्ट अभी ऐसा नहीं करती, लेकिन कस्टम स्क्रिप्ट्स रन करते हुए थर्ड-पार्टी वेबसाइट्स पर हुए सभी इंटरैक्शंस मॉनीटर किए जा सकते हैं।'
ऐपल यूजर्स को लेटेस्ट अपडेट इंस्टॉल करने की सलाह
नई रिपोर्ट की मानें तो मेटा फैमिली की ऐप्स के पास पासवर्ड्स, एड्रेस और क्रेडिट कार्ड नंबर्स जैसी जानकारी जुटाने की क्षमता है। ऐसे में यूजर्स को लिंक कॉपी कर सफारी या अन्य ब्राउजर्स में ओपेन करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा ऐपल ने पिछले सप्ताह आईफोन, आईपैड और मैक डिवाइसेज में मौजूद सुरक्षा खामियों को फिक्स करने की जानकारी दी है। कंपनी ने यूजर्स से उनके डिवाइस लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट करने को कहा है।
ऐप ट्रैकिंग ट्रांसपैरेंसी फीचर देती है ऐपल
ऐपल का ऐप ट्रैकिंग ट्रासपैरेंसी फीचर ट्रैकिंग से पहले मोबाइल ऐप्स से यूजर्स की अनुमति लेने को कहता है। यानी कि डाटा जुटाने और इस्तेमाल करने से पहले यूजर को पता होना चाहिए। इनकार करने पर यूजर का पर्सनल डाटा ट्रैक नहीं किया जाता, हालांकि ऐप्स की फंक्शनैलिटी से जुड़ी जरूरी अनुमति उसे फिर भी मिल जाती है। हालांकि इसके बावजूद ऐप बाकी डिवाइस डाटा का इस्तेमाल यूजर को समझने और ऐड दिखाने के लिए कर सकती है।
न्यूजबाइट्स प्लस
इंटरनेट की दुनिया में पूरी तरह प्राइवेसी मिलना लगभग नामुमकिन है और ऐप्स से लेकर वेबसाइट्स तक यूजर्स को ट्रैक करती हैं। हालांकि, ऐसा ऐड दिखाने के लिए किया जाता है और यह ऐप्स या वेबसाइट्स के लिए कमाई का सबसे बड़ा तरीका भी है।