NASA के एस्ट्रोनॉट ट्रेनिंग प्रोग्राम में चुनी गईं भारतीय मूल की अतिरा प्रीता रानी
अंतरिक्ष में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले नामों में कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स जैसी महिलाओं के बाद अतिरा प्रीता रानी भी शामिल हो सकती हैं। भारतीय मूल की अतिरा को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) की ओर से इसके एस्ट्रोनॉट ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए चुना गया है। बता दें, अगर अतिरा इस प्रोग्राम में सफल रहती हैं तो वह अंतरिक्ष में जाने वाली तीसरी भारतीय महिला होंगी।
NASA के सुपरविजन वाले प्रोग्राम में लेंगी हिस्सा
24 साल की अतिरा प्रीता रानी मूल रूप से केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम की रहने वाली हैं। उन्हें इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ऐस्ट्रोनॉटिकल साइंस (IIAS) के ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लेने के लिए चुना गया है। NASA, नेशनल रिसर्च काउंसिंल ऑफ कनाडा और कनाडियन स्पेस एजेंसी सभी मिलकर इस प्रोग्राम को सुपरवाइज करते हैं। तीन से पांच साल तक चलने वाले इस प्रोग्राम के लिए दुनियाभर से कैंडिडेट्स का चुनाव किया जाता है।
स्कूल के दिनों से ही अंतरिक्ष से हुआ लगाव
रिपोर्ट्स की मानें तो अतिरा प्रीता को स्कूल के दिनों से ही अंतरिक्ष और उसे समझने से लगाव हुआ। इसके अलावा उन्होंने केरल की राजधानी में अस्त्रा एस्ट्रोनॉमिकल की ओर से दिए जाने वाले लेक्चर्स में लगातार मौजूद रहने के चलते उनकी जानकारी बेहतर हुई। आपको पता होना चाहिए कि NASA के प्रोग्राम का हिस्सा बनने के लिए अतिरा को लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा, जिसमें मेडिकल एग्जामिनेशन भी शामिल होता है।
स्कॉलरशिप के साथ कनाडा में लीं रोबोटिक्स क्लासेज
अपने करियर और स्कूल के बीच संतुलन बनाते हुए अतिरा ने तैयारी जारी रखी, क्योंकि वह अपनी जिंदगी में पैशन के साथ आगे बढ़ना चाहती थीं। स्कॉलरशिप की मदद से उन्होंने कनाडा के ओटावा में एलगोन्क्विन कॉलेज में रोबोटिक्स क्लासेज भी जॉइन कीं। वह हमेशा से ही पायलट बनना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने पैसे बचाकर फ्लाइंग स्कूल में अप्लाई किया, अपनी ट्रेनिंग पूरी की और रोबोटिक्स कोर्स में ऑनर्स हासिल किया।
पहले ही एक स्पेस कंपनी का हिस्सा हैं अतिरा
कनाडा में शादी के बाद अतिरा और उनके पति ने स्पेस रिसर्च से जुड़ी कंपनी एक्सो जियो एयरोस्पेस की शुरुआत की। इस स्पेस फर्म में काम करते हुए अतिरा और उनके पति ने ऐस्ट्रोनॉट ट्रेनिंग प्रोग्राम्स के बारे में जानकारी हासिल की। आखिर में अतिरा का इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोनॉटिकल साइंस में सेलेक्शन हुआ। प्रोग्राम खत्म करने के बाद अतिरा बायोएस्ट्रोनॉटिक्स रिसर्च करना चाहती हैं और अंतरिक्ष में जाने वाली केरल की पहली शख्स हो सकती हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) में काम करने के लिए अंतरिक्ष यात्री भेजती है। इसके अलावा अगले कुछ साल में NASA की योजना अर्टेमिस मिशन के साथ चांद पर इंसानों को भेजने की है।