इंस्टाग्राम पर शेयर की गई आपकी चोरी की हुई रील्स को कैसे ट्रैक करें?
क्या है खबर?
मेटा ने यूजर्स की रील्स को बिना इजाजत कॉपी होने से बचाने के लिए नया कंटेंट प्रोटेक्शन टूल पेश किया है। यह मोबाइल-फ्रेंडली टूल फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पोस्ट की गई ओरिजिनल रील्स को ऑटोमैटिक रूप से सुरक्षित रखता है और किसी भी कॉपी का तुरंत पता लगाता है। कॉपी मिलते ही यूजर को नोटिफिकेशन भेजा जाता है और वह तय कर सकता है कि कॉपी को ब्लॉक करना है, ट्रैक करना है या रिलीज करना है।
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कौन कर सकता है इस फीचर का इस्तेमाल?
कंटेंट प्रोटेक्शन फीचर फेसबुक ऐप के प्रोफेशनल डैशबोर्ड से एक्सेस किया जा सकता है। अभी यह टूल उन क्रिएटर्स को ऑटोमैटिक एक्सेस देता है जो मेटा के मोनेटाइजेशन और ओरिजिनैलिटी नियमों को पूरा करते हैं। राइट्स मैनेजर इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को भी इसका लाभ दिया जा रहा है। अगर किसी को एक्सेस नहीं मिला है, तो वह फेसबुक के एप्लीकेशन प्रोसेस के जरिए इस फीचर के लिए आवेदन कर सकता है।
#2
पुरानी रील्स को कैसे करें सुरक्षित?
एनरोल होने के बाद नई रील्स तो अपने आप सुरक्षित होंगी ही, साथ ही यूजर अपनी पुरानी रील्स को भी मैन्युअली तरीके से सुरक्षित कर सकते हैं। इसके लिए प्रोफेशनल डैशबोर्ड में जाकर कंटेंट लाइब्रेरी खोलनी होगी और उन रील्स को चुनना होगा, जिन्हें सुरक्षा देनी है। इसके बाद सिस्टम फेसबुक और इंस्टाग्राम पर उन्हीं रील्स के मैच लगातार स्कैन करेगा और कॉपी मिलने पर डिटेल्स भेजेगा, ताकि यूज़र तुरंत फैसला कर सके।
#3
कॉपी मिलने पर क्या कर सकते हैं यूजर?
कॉपी मिलते ही यूजर 3 विकल्पों (ट्रैक, ब्लॉक या रिलीज) में से एक चुन सकता है। ट्रैक करने पर कॉपी रील दिखती रहेगी, लेकिन उसकी परफॉर्मेंस मॉनिटर की जा सकेगी। ब्लॉक करने पर वह रील फेसबुक और इंस्टाग्राम पर दिखना बंद हो जाएगी। रिलीज करने पर क्लेम हट जाएगा और रील सामान्य रूप से चलती रहेगी। इसके अलावा, यूजर चाहें तो खास अकाउंट्स को 'अलाऊ लिस्ट' में जोड़कर उन्हें कंटेंट इस्तेमाल करने की अनुमति भी दे सकता है।