ग्रोक ने मस्क और ट्रंप से जुड़ी 'गलत सूचना' के दावों को किया सेंसर
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट ग्रोक ने हाल ही में जवाब देने के दौरान उन सोर्स को अनदेखा करना शुरू कर दिया, जिनमें अमेरिकी डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क को गलत सूचना फैलाने वाला बताया गया था।
सोशल मीडिया पर यूजर्स ने देखा कि ग्रोक कुछ सवालों पर सीधे जवाब नहीं दे रहा था। इसे इस तरह से प्रोग्राम किया गया था, ताकि वह ट्रंप और मस्क से जुड़ी गलत सूचना के दावों पर प्रतिक्रिया न दे।
बदलाव
बिना अनुमति ग्रोक के सिस्टम में बदलाव किया गया
xAI के इंजीनियरिंग प्रमुख इगोर बाबुश्किन ने बताया कि एक कर्मचारी ने बिना अनुमति के ग्रोक के सिस्टम प्रॉम्प्ट में बदलाव कर दिया था।
इस बदलाव से चैटबॉट कुछ खास सोर्स को नजरअंदाज कर रहा था। कंपनी ने इसे अपनी पारदर्शिता नीति के खिलाफ बताया और तुरंत बदलाव वापस ले लिया।
xAI ने कहा कि उनके AI को सभी विषयों पर निष्पक्ष रहना चाहिए और किसी भी खास व्यक्ति या समूह से जुड़ी जानकारी को सेंसर नहीं करना चाहिए।
कार्रवाई
ग्रोक-3 के विवादित जवाबों पर हुई कार्रवाई
नए ग्रोक-3 मॉडल के कुछ जवाब भी विवादों में आ गए थे। पहले इसने कहा था कि ट्रंप, मस्क और जेडी वेंस 'अमेरिका को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाले' लोग हैं।
कुछ मामलों में AI ने यह भी कहा था कि मस्क और ट्रंप को मृत्युदंड मिलना चाहिए। जब यह बात सामने आई, तो xAI ने तुरंत दखल दिया और ग्रोक को रोका।
कंपनी ने इसे गंभीर गलती बताया और कहा कि AI का काम निष्पक्ष जानकारी देना है।