
यूट्यूब में आएगा गूगल का वीओ 3 AI मॉडल, CEO नील मोहन ने की घोषणा
क्या है खबर?
यूट्यूब यूजर्स के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए प्लेटफॉर्म में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) फीचर्स को जोड़े जा रहे हैं।
इसी कड़ी में कंपनी ने घोषणा की है कि गूगल का लेटेस्ट AI वीडियो जनरेटर वीओ 3 इस गर्मी के अंत तक यूट्यूब शॉर्ट्स के साथ जोड़ा जाएगा।
यूट्यूब के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) नील मोहन ने कहा कि यह टूल सभी के लिए नए रचनात्मक रास्ते खोलेगा और क्रिएटर्स के लिए नए मौके लेकर आएगा।
दर्शक
शॉर्ट्स में तेजी से बढ़ रहा है दर्शकों का प्यार
मोहन के मुताबिक, पिछले 1 साल में यूट्यूब शॉर्ट्स की दर्शक संख्या में 186 प्रतिशत की तेज बढ़त देखी गई है। अब इसे रोजाना औसतन 200 अरब बार देखा जा रहा है।
यूट्यूब ने पहले से ही 'ड्रीम स्क्रीन' जैसे AI टूल दिए हैं, जो टेक्स्ट से वीडियो बैकग्राउंड बनाते हैं। वीओ 3 के जुड़ने से क्रिएटर्स को शॉर्ट्स बनाने में और सुविधा होगी और वे ज्यादा आकर्षक वीडियो बना सकेंगे।
फीचर
वीओ 3 की तकनीक अभी लैंडस्केप फॉर्मेट में सीमित
वीओ 3 फिलहाल 720p लैंडस्केप फॉर्मेट में वीडियो तैयार करता है, जबकि शॉर्ट्स वर्टिकल फॉर्मेट में चलते हैं, जिससे वीडियो पूरी स्क्रीन में नहीं दिखते।
इसका मतलब यह है कि अभी वीओ 3 वीडियो को शॉर्ट्स में इस्तेमाल करने पर ब्लैक बार्स दिखाई देते हैं और दृश्य अनुभव कम हो जाता है।
ऐसे में संभावना है कि गूगल, यूट्यूब शॉर्ट्स के लिए वीओ 3 का वर्टिकल वर्जन बनाएगा, ताकि वीडियो देखने का अनुभव और बेहतर, आकर्षक और सुविधाजनक हो सके।
कीमत
इतनी हो सकती है कीमत
वीओ 3 का इस्तेमाल करने के लिए अभी गूगल की 250 डॉलर (लगभग 21,700 रुपये) AI अल्ट्रा योजना लेनी पड़ती है, जिसमें हर महीने 8 सेकंड के 125 वीडियो बनाने की सीमा है।
यूट्यूब ने यह साफ नहीं किया है कि शॉर्ट्स यूजर्स को यह टूल कितनी कीमत में मिलेगा। फिर भी, माना जा रहा है कि यह टूल सामान्य यूजर्स के लिए सस्ता नहीं होगा, लेकिन इसकी मदद से वीडियो क्वालिटी में बड़ा सुधार होगा।