गूगल प्ले स्टोर पर ऑटो-रिन्यू नहीं होंगे सब्सक्रिप्शंस, नहीं मिलेंगे फ्री ट्रायल्स- रिपोर्ट
क्या है खबर?
एंड्रॉयड यूजर्स को मिलने वाला गूगल प्ले स्टोर दुनिया का सबसे बड़ा ऐप्स प्लेटफॉर्म है।
कई एंड्रॉयड ऐप्स का फ्री ट्रायल तय वक्त के लिए मिलता है, जिस दौरान यूजर्स प्रीमियम फीचर्स इस्तेमाल कर सकते हैं।
दूसरी पेड ऐप्स यूजर से हर महीने तय सब्सक्रिप्शन फीस लेकर उनका सब्सक्रिप्शन ऑटो-रिन्यू कर देती हैं।
नई रिपोर्ट में सामने आया है कि अब ये दोनों ही विकल्प भारतीय यूजर्स को नहीं मिलेंगे और RBI के नए नियम इसकी वजह बने हैं।
रिपोर्ट
सस्पेंड होंगे फ्री ट्रायल्स और सब्सक्रिप्शन साइन-अप्स
XDA की रिपोर्ट में बताया गया है कि गूगल भारत में इंट्रोडक्टरी प्राइसिंग के साथ यूजर्स की ओर से लिए जा रहे फ्री ट्रायल्स और सब्सक्रिप्शन साइन-अप्स को सस्पेंड कर देगी।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से कहा गया है कि ऑनलाइन बार-बार होने वाले लेनदेन पर इसका ई-मैंडेट सितंबर महीने के आखिर तक लागू हो जाना चाहिए।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि स्टेकहोल्डर्स को नए नियम लागू करने के लिए जरूरी वक्त दिया गया है।
विकल्प
यूजर्स को मिलेगा 'सिंगल ऐक्सेस पास' का विकल्प
RBI की ओर से 31 मार्च को शेयर किए गए नोटिफिकेशन में कहा गया है, "बढ़ाई गई टाइमलाइन के दौरान स्टेकहोल्डर्स के लिए ऑनलाइन लेनदेन से जुड़ा कोई नया मैंडेट रजिस्टर नहीं किया जाएगा क्योंकि ऐसे मैंडेट का नए फ्रेमवर्क के हिसाब से होना जरूरी है।"
नए सब्सक्रिप्शन साइन-अप्स को नए नियमों के साथ लाने के लिए गूगल 'सिंगल ऐक्सेस पास' विकल्प ला सकती है।
नया सिस्टम लागू करने से पहले टेंपरेरी सॉल्यूशन की तरह पास यूजर्स के काम आएंगे।
तरीका
बार-बार खरीदना होगा सिंगल ऐक्सेस पास
डिवेलपर्स को अब अपने कस्टमर्स को री-अकरिंग सब्सक्रिप्शन के बजाय सिंगल ऐक्सेस पास का विकल्प अपने यूजर्स को देना होगा।
यानी कि प्री-पेड पीरियड खत्म होने के बाद ऐप और सर्विस का ऐक्सेस 'फ्री' टियर में रिवर्ट हो जाएगा और ऐप या सर्विस का इस्तेमाल जारी रखने के लिए यूजर्स को दूसरा सिंगल ऐक्सेस पास लेना होगा।
गूगल ये बदलाव मई की शुरुआत में कर सकती है और डिवेलपर्स अपने यूजर्स को बताएंगे कि सब्सक्रिप्शन रिन्यू नहीं होगा।
जानकारी
सब्सक्रिप्शन के बजाय सिंगल ऐक्सेस
गूगल ने ऐप डिवेलपर्स से कहा है कि भारत में यूजर्स को ऐप में सब्सक्रिप्शन का विकल्प दिखाने वाले हिस्से हटाए जाएं और इसकी जगह सिंगल ऐक्सेस विकल्प दिया जाए, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा ना हो।