गूगल मैप्स पर दिखाए जाएंगे ईको-फ्रेंडली रास्ते, नए फीचर्स से प्रदूषण कम करने में मिलेगी मदद
क्या है खबर?
लोकप्रिय नेविगेशन सेवा गूगल मैप्स में कुछ नए फीचर्स शामिल किए जा रहे हैं, जिनकी मदद से कार्बन उत्सर्जन कम करने में मदद मिलेगी।
इनमें ईको-फ्रेंडली रूटिंग, लाइट नेविगेशन फॉर साइकलिस्ट्स और बाइक एंड स्कूटर इन्फॉर्मेशन शेयर शामिल हैं।
नए विकल्पों के साथ यूजर्स के लिए सफर करना ना सिर्फ आसान होगा बल्कि इस दौरान होने वाला प्रदूषण भी पहले से कम किया जा सकेगा।
आइए जानते हैं कि नए गूगल मैप्स फीचर्स कैसे काम करेंगे।
फीचर्स
ब्लॉग पोस्ट में दी फीचर्स से जुड़ी जानकारी
गूगल ने एक ब्लॉग पोस्ट में अपनी मैप्स सर्विस के नए फीचर्स का जिक्र किया है।
ईको-फ्रेंडली रूटिंग के साथ गूगल मैप्स यूजर्स को ऐसे रास्ते दिखाए जाएंगे, जिनपर कम फ्यूल खर्च होगा।
वहीं दूसरे लाइट नेविगेशन फीचर के साथ साइकल चलाने वालों को बेहतर जानकारी मिलेगी।
बाइक एंड स्कूटर शेयर फीचर के साथ यूजर्स देख सकेंगे कि उनके नजदीकी स्टेशंस पर कितने टू-व्हीलर्स उपलब्ध हैं, जिनकी मदद से सफर किया जा सकता है।
ईको-फ्रेंडली
प्रदूषण कम करेगी ईको-फ्रेंडली रूटिंग
ईको-फ्रेंडली रूटिंग फीचर गूगल के AI एल्गोरिद्म का इस्तेमाल कर यूजर्स को वह रास्ता दिखाएगा, जिसपर सबसे कम फ्यूल खर्च हो।
यह रास्ता कहीं पहुंचने का सबसे छोटा रास्ता हो, यह जरूरी नहीं है।
यूजर्स को ईको-फ्रेंडली रूट और सबसे छोटा रूट दोनों दिखाए जाएंगे, जिनमें से वे किसी एक रूट को चुन सकेंगे।
कंपनी का दावा है कि ईको-फ्रेंडली रूट के साथ हर साल 10 लाख टन कार्बन उत्सर्जन कम किया जा सकेगा।
नेविगेशन
साइकलिस्ट्स के लिए लाइट नेविगेशन
लाइट नेविगेशन खास तौर से साइकल चलाने वालों के लिए लाया गया है। यह फीचर नेविगेशन के दौरान उनकी मदद करेगा और हर बार मुड़ने के लिए उन्हें ऐप की मदद नहीं लेनी होगी।
इस तरह लाइट नेविगेशन के साथ वे मोबाइल स्क्रीन के बजाय रास्ते पर फोकस कर पाएंगे।
यह फीचर ट्रिप प्रोग्रेस और ETA अपडेट जैसी जानकारी रियल-टाइम में दिखाएगा।
इस फीचर को जल्द मोबाइल ऐप का हिस्सा बनाया जाएगा और डायरेक्शंस देखते वक्त चुना जा सकेगा।
स्टेशंस
बाइक और स्कूटर शेयरिंग से जुड़ी जानकारी
गूगल मैप्स कुछ शहरों में यूजर्स को नजदीकी बाइक और स्कूटर स्टेशंस की जानकारी भी देगा।
नया फीचर बर्लिन, न्यू यॉर्क, साओ पाओलो और ताइपेई जैसे शहरों में उपलब्ध होगा।
इस तरह यूजर्स ना सिर्फ टू-व्हीलर्स की शेयरिंग कर सकेंगे, बल्कि उनके उपलब्ध होने या ना होने की जानकारी भी उन्हें ऐप में दी जाएगी।
कंपनी ने बताया है कि शुरू में यह फीचर 300 से ज्यादा शहरों में मिलेगा।
सपोर्ट
पुराने फोन्स के लिए मैप्स का सपोर्ट खत्म
गूगल ने पुराने स्मार्टफोन्स के लिए गूगल मैप्स समेत अपनी ऐप्स का सपोर्ट 27 सितंबर, 2021 से खत्म कर दिया है।
अगर आप इसके बाद भी पुराने फोन में गूगल मैप्स का इस्तेमाल पुराने फोन पर जारी रखना चाहते हैं तो उसमें कम से कम एंड्रॉयड 3.0 हनीकॉम्ब जरूरी इंस्टॉल होना चाहिए।
गूगल की ओर से किए गए बदलाव का असर ऐप लेवल साइन-इन सिस्टम पर पड़ेगा और ऐप्स साइन-इन संभव नहीं होगा।