गूगल ने लॉन्च किया जेमिनी 3 फ्लैश AI मॉडल, जानिए क्या है इसकी खासियत
क्या है खबर?
गूगल ने आज अपना नया और सस्ता आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल जेमिनी 3 फ्लैश लॉन्च किया है। यह पिछले महीने आए जेमिनी 3 पर आधारित है और अब जेमिनी ऐप व सर्च के AI मोड में डिफॉल्ट मॉडल होगा। कंपनी का कहना है कि यह मॉडल तेज है और कम लागत में बेहतर नतीजे देता है। गूगल इस लॉन्च के जरिए AI रेस में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहता है और सीधे OpenAI जैसे प्रतिद्वंद्वियों को चुनौती दे रहा है।
बेहतर
बेहतर में पुराने मॉडल से आगे
जेमिनी 3 फ्लैश ने कई बेंचमार्क में पिछले मॉडल से बहुत ही बेहतर प्रदर्शन किया है। ह्यूमैनिटीज लास्ट एग्जाम टेस्ट के दौरान इसने 33.7 प्रतिशत स्कोर किया, जो जेमिनी 2.5 फ्लैश से काफी ज्यादा है। कुछ मामलों में इसका प्रदर्शन जेमिनी 3 प्रो और GPT-5.2 के बराबर रहा। वहीं MMMU-प्रो जैसे मल्टीमोडल बेंचमार्क में इस मॉडल ने 81.2 प्रतिशत स्कोर हासिल कर सभी प्रतिस्पर्धी मॉडल्स को पीछे छोड़ दिया है।
जवाब
मल्टीमोडल और स्मार्ट जवाबों पर ध्यान
गूगल के मुताबिक, जेमिनी 3 फ्लैश इमेज, वीडियो, ऑडियो और टेक्स्ट को बेहतर ढंग से समझ सकता है। यूजर वीडियो अपलोड कर टिप्स ले सकते हैं, स्केच दिखाकर पहचान पूछ सकते हैं या ऑडियो से एनालिसिस और कोई क्विज आसानी से भी बनवा सकते हैं। यह मॉडल सवालों के इरादे को समझकर ज्यादा विजुअल और साफ जवाब देता है। ऐप के अंदर प्रॉम्प्ट्स से छोटे ऐप प्रोटोटाइप बनाना भी संभव होगा।
उपलब्धता
उपलब्धता, कीमत और आगे की योजना
जेमिनी 3 फ्लैश को दुनियाभर में जेमिनी ऐप में डिफॉल्ट बनाया जा रहा है। डेवलपर्स इसे API, वर्टेक्स AI और जेमिनी एंटरप्राइज के जरिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इसकी कीमत 0.50 डॉलर (लगभग 45 रुपये) प्रति 10 लाख इनपुट टोकन और 3 डॉलर (लगभग 270 रुपये) प्रति 10 लाख आउटपुट टोकन रखी गई है। गूगल का दावा है कि यह मॉडल तेज होने के साथ कम टोकन खर्च करता है, जिससे कुल लागत कम पड़ सकती है।