गूगल ने दो अरब क्रोम यूजर्स के लिए जारी की चेतावनी, फौरन अपडेट करें ब्राउजर
सर्च इंजन कंपनी गूगल ने क्रोम वेब ब्राउजर के लिए वर्जन 97.0.4692.99 रोलआउट किया है। कंपनी ने दुनियाभर में सभी यूजर्स को चेतावनी दी है और और उनसे फौरन इंटरनेट ब्राउजर लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट करने को कहा है। नए अपडेट के साथ करीब 26 खामियां फिक्स की गई हैं, जिनमें से एक को कंपनी की ओर से 'क्रिटिकल' माना गया था। 'क्रिटिकल' गूगल की ओर से किसी बग या खामी को दी जाने वाली सबसे हाई रेटिंग है।
मौजूदा क्रोम वर्जन में ढेरों खामियां मौजूद
गूगल क्रोम के मौजूदा वर्जन में एक क्रिटिकल रिस्क वाली खामी के अलावा 16 हाई रिस्क वाली खामियां मौजूद हैं। साथ ही मौजूदा वर्जन की छह खामियों को मीडियम रिस्क वाला मानते हुए लिस्ट किया गया है। इन सभी खामियों को फिक्स करते हुए नया क्रोम वर्जन विंडोज OS के लिए रिलीज किया गया है, जिसे अगले कुछ सप्ताह में मैकOS और लाइनक्स यूजर्स के लिए भी रिलीज किया जाएगा।
कंपनी ने ब्लॉग पोस्ट में दी जानकारी
गूगल ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, "एक्सटेंडेड स्टेबल चैनल भी विंडोज और मैक यूजर्स के लिए 96.0.4664.110 में अपडेट कर दिया गया है और अगले कुछ दिनों/सप्ताह में रोलआउट किया जाएगा।" इसी ब्लॉग पोस्ट में गूगल ने बताया कि मौजूदा खामियां किन क्षेत्रों को निशाना बना रही थीं। खामियों की लंबी लिस्ट में उनका नेचर और उससे जुड़ी गंभीरता के बारे में बताया गया है। साथ ही यूजर्स से ब्राउजर अपडेट रखने को भी कहा गया है।
इस महीने मिला दूसरा बड़ा अपडेट
गूगल की ओर से क्रोम ब्राउजर के लिए इस महीने रिलीज किया गया, यह दूसरा बड़ा अपडेट है। इससे पहले कंपनी ने क्रोम वर्जन 97.0.4692.71 रिलीज किया था, जिसमें करीब 37 खामियां फिक्स की गई थीं। इनमें से एक खामी क्रिटिकल रिस्क और 10 खामियां हाई रिस्क वाली बताई गई थीं। सर्च इंजन कंपनी यूजर्स को सुरक्षित ब्राउजिंग अनुभव देने के लिए लगातार बग्स फिक्स करने का काम करती रहती है।
अनजान वेबसाइट से अपडेट ना करें क्रोम
क्रोम इंटरनेट ब्राउजर के लिए कभी भी अनजान वेबसाइट से 'अपडेट पैकेज' डाउनलोड ना करें। दरअसल, मालिशियस वेबसाइट्स ढेरों इंटरनेट यूजर्स को ब्राउजर अपडेट का विकल्प दिखाकर निशाना बना रही हैं और डाटा एनक्रिप्ट कर रही हैं। हैकर्स फेक वेबपेजेस की मदद लेते हैं, जो गूगल क्रोम या माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउजर को नया अपडेट देने का दावा करते हैं। एक बार 'अपडेट क्रोम' या 'अपडेट एज' बटन पर क्लिक करते ही पेज खतरनाक रैंसमवेयर डिवाइस में इंस्टॉल कर देता है।
क्रोम ब्राउजर से मिलेगी डिस्काउंट की जानकारी
गूगल क्रोम यूजर्स को बीते दिनों 'ट्रैक प्राइसेज' नाम से एक फीचर दिया गया है, जिसके साथ उन्हें उनकी पसंद के प्रोडक्ट की कीमत कम होने की जानकारी दी जाएगी। इस तरह यूजर्स को बार-बार शॉपिंग वेबसाइट्स पर जाकर पेज रीफ्रेश करने और कीमत ट्रैक करने की लंबी प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा। यूजर्स वह प्रोडक्ट चुन सकेंगे, जिसकी कीमत में होने वाला बदलाव ट्रैक करना चाहते हैं और क्रोम ब्राउजर की ओर से उन्हें अपडेट्स दिए जाएंगे।
न्यूजबाइट्स प्लस
गूगल क्रोम, मोजिला फायरफॉक्स और माइक्रोसॉफ्ट एज जैसे ब्राउजर्स में स्मार्च अपडेट फीचर मिलता है और ये बैकग्राउंड में अपने आप लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट हो जाते हैं। इस तरह यूजर्स को मैन्युअल डाउनलोड और इंस्टॉलेशन की जरूरत नए फीचर्स के लिए नहीं पड़ती।