गूगल ने पेश किया वीडियो बनाने वाला AI टूल 'वीओ 2', OpenAI को मिलेगी टक्कर
गूगल की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) प्रयोगशाला डीपमाइंड ने 'वीओ 2' नामक नया वीडियो-जनरेटिंग AI पेश किया है। यह OpenAI के सोरा से अधिक सक्षम है, क्योंकि 'वीओ 2' 4K रेजोल्यूशन में 2 मिनट से अधिक लंबी क्लिप बना सकता है, जबकि सोरा केवल 1080p और 20 सेकंड तक की वीडियो बना सकता है। हालांकि, फिलहाल 'वीओ 2' को गूगल के वीडियो-FX में उपयोग किया जा रहा है, जिसमें वीडियो 720p और 8 सेकंड की लंबाई तक सीमित हैं।
टेक्स्ट और तस्वीरों से बना सकता है वीडियो
डीपमाइंड के उपाध्यक्ष एली कोलिन्स ने बताया है कि 'वीओ 2' को गूगल के वर्टेक्स AI प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया जाएगा जब यह बड़े पैमाने पर उपयोग के लिए तैयार होगा। 'वीओ 2' टेक्स्ट और तस्वीरों से वीडियो बना सकता है, जिसमें भौतिकी की समझ और कैमरा कंट्रोल बेहतर है। यह सही मोशन, फ्लूड डायनेमिक और सिनेमैटिक इफेक्ट्स को संभाल सकता है, लेकिन जटिल प्रॉम्प्ट और लंबी वीडियो में स्थिरता और सटीकता में चुनौतियां बनी हुई हैं।
सुरक्षा के लिए हैं इसमें फीचर्स
डीपमाइंड ने अपने मॉडल को बेहतर बनाने के लिए कलाकारों जैसे डोनाल्ड ग्लोवर और द वीकेंड के साथ सहयोग किया। 'वीओ 2' को प्रशिक्षण देने के लिए हजारों वीडियो का इस्तेमाल किया गया, लेकिन डाटा स्रोतों का खुलासा नहीं किया गया। सुरक्षा के लिए इसमें प्रॉम्प्ट-लेवल फिल्टर और सिंथआईडी वॉटरमार्किंग तकनीक है, ताकि डीपफेक जैसे जोखिमों को कम किया जा सके। इसके अलावा, इमेजन 3 मॉडल में फोटोरियलिज्म और एनीमे शैलियों में बेहतर इमेज कंपोजिशन और विवरण है।