गूगल की सलाह, फौरन बंद कर दें विंडोज 7 का इस्तेमाल
क्या है खबर?
अगर आपके कंप्यूटर में विंडोज 7 इंस्टॉल है तो इसका इस्तेमाल बंद करने या अपग्रेड करने में समझदारी है। दरअसल, सर्च इंजन कंपनी गूगल ने क्रोमियम डिवेलपर्स को विंडोज 7 ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल बंद करने को कहा है।
इससे पहले माइक्रोसॉफ्ट भी विंडोज 7 लिए अपना सपोर्ट खत्म कर चुका है और यूजर्स को विंडोज 10 पर अपग्रेड करने की सलाह दी थी।
इस तरह अब माइक्रोसॉफ्ट और क्रोमियम कम्युनिटी दोनों ही विंडोज 7 को सपोर्ट नहीं करती हैं।
गूगल
गूगल ने क्या कहा?
गूगल इंजीनियर ब्रूस डॉसन ने डिवेलपर्स वेबसाइट पर अपनी एक पोस्ट में बताया है कि विंडोज 7 का इस्तेमाल क्यों बंद कर देना चाहिए।
उन्होंने लिखा है, "मुझे याद नहीं है कि विंडोज 10 का इस्तेमाल जरूरी होने से जुड़ा कोई फैसला लिया गया हो, लेकिन एक वक्त पर ऐसा करना अनिवार्य हो जाएगा और शायद वह वक्त आ चुका है। विंडोज 7 से जुड़ी कुछ खामियां सामने आई हैं और इन्हें फिक्स करना लगातार महंगा होता जा रहा है।"
समस्या
"हमें ये पता ही नहीं विंडोज 7 में क्या समस्या है"
ब्रूस ने लिखा है, "अभी हमें ये पता ही नहीं है कि मौजूदा समस्या क्या है और अगर कोई अपनी समस्या सुलझाना चाहता है तो उसे ये पता करना होगा कि क्या समस्या है। हम में से किसी के पास विंडोज 7 इंस्टॉल्ड नहीं है।"
उन्होंने कहा कि कम्युनिटी फिक्स को स्वीकार किया जा सकता है, लेकिन इन समस्याओं का एकमात्र पुख्ता उपाय अपने ऑपरेटिंग सिस्टम को अपग्रेड करना है।
उपाय
आपके लिए क्या करना बेहतर?
अगर आपके कंप्यूटर में विंडोज 7 ऑपरेटिंग सिस्टम है तो सेटिंग्स से जाकर आप इसे विंडोज 10 पर अपग्रेड कर सकते हैं।
ऐसा करने के लिए आपको हाई-स्पीड इंटरनेट की जरूरत पड़ेगी और कुछ देर में नया OS डाउनलोड हो जाएगा। इस तरीके से आप बिना अपने डाटा को नुकसान पहुंचाएं विंडोज 7 से विंडोज 10 में अपग्रेड कर सकते हैं।
अगर आप ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो नजदीकी सर्विस सेंटर पर जाना बेहतर होगा।
वजह
क्यों नहीं इस्तेमाल करना चाहिए विंडोज 7?
विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने वाली कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने 2020 की शुरूआत में विंडोज 7 के लिए अपना सपोर्ट खत्म कर दिया है, यानि इसमें आने वाली दिक्कतों को कंपनी की ओर से ठीक नहीं किया जा रहा।
इसके बाद से ही माइक्रोसॉफ्ट का सारा फोकस लेटेस्ट विंडोज 10 ऑपरेटिंग सिस्टम पर है।
पुराने OS वर्जन पर होने की वजह से हैकिंग और वायरस वाले सॉफ्टवेयर का खतरा भी बढ़ जाता है, इसलिए लेटेस्ट OS ही इस्तेमाल करें।