जालसाजों ने युवती को किया डिजिटल अरेस्ट, डरा-धमकाकर ऐसे ठगे 11 लाख रुपये
नोएडा से साइबर अपराध का नया मामला सामने आया है, जहां जालसाजों ने एक युवती से 11 लाख रुपये की ठगी की है। पीड़िता को 13 नवंबर को एक अनजान नंबर से कॉल आया था। कॉल करने वाले ने खुद को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) का कर्मचारी बताया और युवती से कहा कि उसके आधार कार्ड से एक सिम खरीदा गया, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग की गई है। ठगी को लेकर पीड़िता ने साइबर अपराध सेल में शिकायत की है।
जालसाजों ने युवती को किया डिजिटल अरेस्ट
ठगी करने के लिए जालसाजों ने पीड़िता को पुलिस, क्राइम ब्रांच और कस्टम का अधिकारी बनकर डराया और धमकाया। मनी लॉन्ड्रिंग के इस नकली मामले में फंसाकर जालसाजों ने स्काइप कॉल पर निगरानी रखकर पीड़िता को 8 घंटे तक बंधक बनाए रखा और उसे घर से बाहर नहीं जाने दिया। 8 घंटे तक नकली अधिकारी बनकर पूछताछ करने के बाद जालसाजों पीड़िता से 11.11 लाख रुपये ट्रांसफर करवाए और उसके बाद कॉल को डिस्कनेक्ट कर दिया।
ऐसी ठगी से कैसे बचें?
ऐसी ठगी से बचने के लिए खुद को किसी विभाग का कर्मचारी बताने वाले व्यक्ति के बारे में पड़ताल किए बिना उसकी बातों पर भरोसा ना करें। किसी अनजान नंबर से आए कॉल पर दिए गए निर्देश का पालन न करें। इससे आप ठगी का शिकार हो सकते हैं। किसी अनजान व्यक्ति के साथ अपनी वित्तीय या व्यक्तिगत जानकारी साझा ना करें और वित्तीय लेनदेन ना करें। ठगी की आशंका होने पर तत्काल साइबर अपराध सेल (https://cybervolunteer.mha.gov.in) में शिकायत करें।