जालसाजों ने बैंक से की 22.92 लाख रुपये की ठगी, जाल में ऐसे फंसाया
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के पुणे से साइबर अपराध का नया मामला सामने आया है, जहां जालसाजों ने एक बैंक से 22.92 लाख रुपये की ठगी की है।
फर्ग्यूसन कॉलेज रोड स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शिवाजीनगर शाखा में 4 जनवरी, 2022 को अनजान नंबर से एक कॉल आया था।
कॉल करने वाले ने खुद को मोटो ऑटोमोबाइल्स प्राइवेट लिमिटेड का निदेशक विवेक सावंत बताया और चेकबुक खत्म होने का हवाला देते हुए तुरंत पैसा ट्रांसफर भेजने का अनुरोध किया।
ठगी
इस तरह जालसाज ने की ठगी
बैंक को भरोसा दिलाने के लिए जालसाज ने कंपनी से जुड़ी सही जानकारियों को साझा किया और कंपनी की ईमेल ID से मेल खाने वाली नकली ID का उपयोग करके, बैंक के ईमेल पर एक नकली लेटरहेड पर अनुरोध भेजा।
जानकारी सही होने के बाद बैंक ने 22.92 लाख रुपये भेज दिए। बाद में असली कंपनी ने कहा कि उनकी तरफ से ऐसा अनुरोध नहीं किया गया।
अब जांच के बाद बैंक ने इस महीने पुलिस में शिकायत की है।
बचाव
साइबर ठगी से कैसे रहें सावधान?
साइबर ठगी से बचने के लिए कभी भी पैसे के लिए अनुरोध करने वाले शख्स के तरफ से दी गई जानकारी का पड़ताल जरूर करें।
ईमेल, यूजरनेम और हस्ताक्षर का ठीक तरह से मिलान करके ही पैसा ट्रांसफर करें।
किसी कंपनी के नाम से आने वाले अनुरोध को लेकर उस कंपनी से दोबारा जानकारी जरूर लें।
किसी अनजान व्यक्ति के साथ वित्तीय लेनदेन ना करें और साइबर ठगी की आशंका होने पर तत्काल साइबर अपराध सेल में शिकायत करें।