आखिर कैसे काम करते हैं फोल्डेबल स्मार्टफोन्स के डिस्प्ले?
क्या है खबर?
स्मार्टफोन्स की दुनिया में सबसे बड़ा बदलाव हाल ही के दिनों में फोल्डेबल डिस्प्ले के तौर पर देखने को मिला है।
साल 2019 के बाद से कई मुड़ने वाले स्मार्टफोन लॉन्च हो चुके हैं, हालांकि यह टेक्नोलॉजी अभी महंगी है।
मुड़ने वाले OLED और LTPO डिस्प्ले टेक्नोलॉजी के साथ बड़ी स्क्रीन को कॉम्पैक्ट डिवाइस का हिस्सा बनाया जा सकता है।
आइए समझते हैं कि फोल्डेबल डिस्प्ले टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है।
मार्केट
तेजी से बढ़ रहा है फोल्डेबल फोन्स का मार्केट
मार्केट में फोल्डेबल स्मार्टफोन्स की मांग बढ़ी है और कई ब्रैंड्स अपने फ्लैगशिप मॉडल के अलावा फोल्डेबल वर्जन भी ला रहे हैं।
काउंटरपॉइंट रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023 तक फोल्डेबल स्मार्टफोन्स का शिपमेंट 10 गुना तक बढ़ सकता है।
सैमसंग फोल्डेबल डिवाइसेज मार्केट में करीब 75 प्रतिशत तक शेयर जुटा सकती है।
वहीं, ऐपल और गूगल जैसी कंपनियां इस सेगमेंट में कदम रखने की तैयारी कर रही हैं।
टेक्नोलॉजी
फ्लेक्सिबल प्लास्टिक सबस्ट्रेट इस्तेमाल करता है डिस्प्ले
फोल्डेबल डिस्प्ले में ऑर्गेनिक लाइट इमिटिंग डायोड (OLED) टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जाती है।
जब इलेक्ट्रिसिटी कैथोड से एनोड में जाती है तो उनके बीच की ऑर्गेनिक लेयर्स एनर्जी लाइट की तरह रिलीज करती है।
सैमसंग ने पहला फ्लेक्सिबल OLED पैनल्स को प्लास्टिक सबस्ट्रेट एडॉप्ट करते हुए डिजाइन किया था।
साल 2020 में कंपनी ने इस टेक्नोलॉजी में सुधार करते हुए गैलेक्सी Z फ्लिप में 'अल्ट्रा-थिन ग्लास स्क्रीन' दी और बेहतर टेक्नोलॉजी इसके फोल्डेबल डिवाइसेज में मिलती है।
वजह
OLED डिस्प्ले क्यों इस्तेमाल करते हैं फोल्डेबल फोन्स?
दुनिया के पहले फोल्डेबल स्मार्टफोन रॉयल फलेक्सपाई से लेकर लेटेस्ट सैमसंग गैलेक्सी Z फोल्ड 3 तक, सभी में ब्रैंड्स केवल फोल्डेबल OLED टेक्नोलॉजी देखने को मिली है।
दरअसल, OLED पैनल्स के अलावा दूसरे सभी तरह के डिस्प्ले टाइप्स ग्लास सबस्ट्रेट्स इस्तेमाल करते हैं, यानी कि इन्हें मोड़ा नहीं जा सकता।
इसके अलावा OLED स्क्रीन्स को किसी तरह की बैकलाइट की जरूरत नहीं होती और वे फ्लेक्सिबल होते हैं।
इन्हें रोलेबल डिस्प्ले वाले स्मार्टफोन्स में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
फायदा
मिलता है मल्टीटास्किंग करने का विकल्प
फोल्डेबल स्मार्टफोन का सबसे बड़ा फायदा है कि उनकी मदद से मल्टीटास्टिंग करना आसान हो जाता है।
इसके अलावा सामान्य डिवाइसेज के मुकाबले मुड़ने वाले स्मार्टफोन्स पर बेहतर व्यूइंग एक्सपीरियंस भी मिलता है।
यह टेक्नोलॉजी नई और महंगी होने के चलते फोल्डेबल स्मार्टफोन्स प्रीमियम प्राइस टैग के साथ आते हैं।
मजबूती के मामले में भी फोल्डेबल डिवाइसेज कमजोर साबित हुए हैं और इनका वजन भी सामान्य स्मार्टफोन्स के मुकाबले ज्यादा होता है।
जानकारी
मार्केट से खरीद सकते हैं ये डिवाइसेज
अगर आप मुड़ने वाला स्मार्टफोन खरीदने के लिए बड़ी रकम खर्च करने को तैयार हैं तो अभी सीमित विकल्प ही मिलते हैं। आप सैमसंग Z फोल्ड सीरीज और फ्लिप सीरीज के अलावा हुवाई, शाओमी और मोटोरोला के मुड़ने वाले फोन खरीद सकते हैं।