वेब ब्राउजर पर मंडरा रहा साइबर हमले का खतरा, चोरी हो सकता है संवेदनशील डाटा
क्या है खबर?
गूगल क्रोम और मोजिला फायरफॉक्स जैसे वेब ब्राउजर का उपयोग करने वाले यूजर्स पर साइबर हमले का खतरा मंडरा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, इन वेब ब्राउजर के कई वर्जनों के भीतर ऐसी तकनीकी खामियां पाई गई हैं, जिससे साइबर जालसाज यूजर्स के संवेदनशील डाटा को चोरी कर सकते हैं।
इस तरह की तकनीकी कमी से विंडोज, मैक और लिनक्स पर वेब ब्राउजर का उपयोग करने वाले यूजर्स का डाटा चोरी होने का सबसे अधिक खतरा है।
खतरा
इन ब्राउजर्स को है सबसे अधिक खतरा
रिपोर्ट के अनुसार, मैक और लिनक्स पर गूगल क्रोम वर्जन 116.0.5846.187 और विंडोज पर गूगल क्रोम वर्जन 116.0.5845.188 का उपयोग करने वाले यूजर्स पर साइबर हमले का खतरा है।
इसके अतिरिक्त फायरफॉक्स वर्जन 117.0.1, फायरफॉक्स ESR 102.15.1, फायरफॉक्स ESR 115.2.1 और एज वर्जन 116.0.1938.81 से भी डाटा चोरी हो सकता है।
हैकर्स ब्राउजर की तकनीकी कमजोरियों का उठाकर डिवाइस में मौजूद पासवर्ड, फोटो और वित्तीय डाटा जैसी संवेदनशील जानकारी तक पहुंच सकते हैं।
बचाव
ऐसे खतरे से कैसे सुरक्षित रहें?
क्रोम और फायरफॉक्स वेब ब्राउजर के यूजर्स ऐसे किसी भी खतरे से बचने के लिए समय-समय पर अपने ब्राउजर को अपडेट करते रहें।
अपने डिवाइस में मौजूद सभी जरूरी और संवेदनशील डाटा का नियमित रूप से बैकअप लें। इससे डिवाइस खोने या चोरी होने पर डाटा मिलना आसान रहेगा।
डिवाइस पर हमेशा मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें और ऐप्स और अपने डिवाइस पर टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन सक्षम करें। किसी भी अनजान लिंक पर कभी क्लिक ना करें।