चीन ने भेजा पहला नागरिक अंतरिक्ष यात्री, 2030 से पहले चांद पर इंसान उतारने की तैयारी
क्या है खबर?
चीन ने मंगलवार को अपना शेनझाउ-16 मिशन लॉन्च कर दिया। इसके जरिए उसने अपने पहले नागरिक अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में भेजा है।
इस मिशन को जियुक्वान सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से लॉन्च किया गया। इसी के साथ चीन अपने महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक कदम और आगे बढ़ चुका है।
चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन के अनुसार, लॉन्च के लगभग 10 मिनट बाद अंतरिक्ष यान का सेप्रेशन हुआ, जिससे लॉन्च को सफल घोषित किया गया।
अंतरिक्ष
शेनझाउ-15 के अंतरिक्ष यात्रियों से कार्यभार संभालेंगा नया चालक दल
शेनझाउ-16 मिशन में गए अंतरिक्ष यात्री जिंप हैपेंग, झू यांग्झू और गुई हाइचाओ इससे पहले वाले शेनझाउ-15 मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों से कार्यभार लेंगे। ये तीनों अंतरिक्ष यात्री तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन पर 6 महीने बिताएंगे।
जिंप हैपेंग को शेनझाउ 7, 9 और 11 मिशन का अनुभव है और झू और गुई पहली बार ऑर्बिट में जा रहे हैं। झू एक स्पेसफ्लाइट इंजीनियर हैं और गुई तियांगोंग के लिए उड़ान भरने वाले चीन के पहले पेलोड एक्सपर्ट होंगे।
नागरिक
चीन का पहला नागरिक एस्ट्रोनॉट गया अंतरिक्ष में
मिशन में जिस एक नागरिक अंतरिक्ष यात्री को भेजा गया है, वो पेलोड विशेषज्ञ गुई हाईचाओ हैं।
गुई बीजिंग यूनिवर्सिटी ऑफ एयरोनॉटिक्स एंड एस्ट्रोनॉटिक्स में प्रोफेसर हैं। वह स्पेस साइंस एक्सपेरिमेंटल पेलोड के ऑन-ऑर्बिट ऑपरेशन की जिम्मेदारी संभालेंगे। इससे पहले तक चीन के अंतरिक्ष मिशन में अभी तक केवल चीनी सेना से जुड़े लोग जाते रहे हैं।
इस मिशन के कमांडर जिंप हैपेंग हैं और तीसरे सदस्य झू यांग्झू हैं।
चांद
चांद पर इंसानों को बसाने की होड़
चीनी अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि देश 2030 से पहले तक अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजने और ऑर्बिटिंग स्पेस स्टेशन का विस्तार करने की तरफ तेजी से बढ़ रहा है।
दरअसल, विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश और राजनयिक और सैन्य ताकतों को लेकर एक-दूसरे से प्रतिद्वंदी चीन और अमेरिका के बीच चांद से जुड़ी अंतरिक्ष योजनाओं का मुकाबले तेज है। दोनों ही देश जल्द से जल्द चांद पर इंसानों को बसाना चाहते हैं।
अंतरिक्ष
अभी चांद पर छोटे प्रवास की कोशिश में चीन
चीन जहां 2030 से पहले अंतरिक्ष यात्रियों को चांद की सतह पर भेजना चाहता है, वहीं अमेरिका 2025 तक अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने के लिए काम कर रहा है।
चीनी मानवयुक्त अंतरिक्ष एजेंसी के उप निदेशक लिन शिकियांग के मुताबिक, चीन अभी चांद की सतह पर छोटे प्रवास और ह्यूमन-रोबोटिक्स के साझा एक्सप्लोरेशन की तैयारी में है।
लिन के मुताबिक, चीन के अंतरिक्ष उद्देश्यों को पूरा करने के लिए एक वर्ष में 2 अंतरिक्ष मिशन पर्याप्त हैं।
संगठन
भारत की भी है चांद मिशन की योजना
अपने चांद कार्यक्रमों के अलावा अमेरिका और चीन ने मंगल ग्रह पर रोवर उतारे हैं और चीन एक एस्ट्रॉयड (क्षुद्रग्रह) पर अंतरिक्ष यान उतारने में अमेरिका का अनुसरण करने की योजना बना रहा है।
भारत और संयुक्त अरब अमीरात से लेकर इजराइल और यूरोपीय संघ तक के अन्य देश और संगठन भी चांद मिशन की योजना बना रहे हैं।
भारत अपने चांद मिशन की योजना के तहत ही जुलाई में चंद्रयान-3 मिशन भेजने की तैयारीे में है।