ब्लोअर या हीटर: सर्दियों में कमरा गर्म रखने के लिए क्या है अधिक सुरक्षित?
क्या है खबर?
सर्दियों के मौसम में ठंड से बचने के लिए लोग घरों में ब्लोअर और हीटर का इस्तेमाल तेजी से करते हैं। ठंड बढ़ने के साथ यह सवाल भी आम हो जाता है कि कमरा गर्म रखने के लिए कौन सा विकल्प ज्यादा सुरक्षित है। कई लोग बिजली की खपत, आग लगने के खतरे और सेहत पर असर को लेकर असमंजस में रहते हैं। ऐसे में ब्लोअर और हीटर दोनों के फायदे और नुकसान समझना जरूरी हो जाता है।
ब्लोअर
ब्लोअर कैसे करता है काम?
ब्लोअर हवा के ज़रिए कमरे में जल्दी गर्मी फैलाते हैं और छोटे कमरों के लिए उपयोगी माने जाते हैं। इनका फायदा यह है कि ये हल्के होते हैं और तुरंत असर दिखाते हैं। हालांकि, लंबे समय तक इस्तेमाल करने पर ब्लोअर से निकलने वाली गर्म हवा नमी कम कर देती है। इससे गला सूखना, आंखों में जलन और त्वचा में खिंचाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही, सस्ते ब्लोअर में ओवरहीटिंग और शॉर्ट सर्किट का खतरा ज्यादा रहता है।
हीटर
हीटर की सुरक्षा और सीमाएं
हीटर कमरे को धीरे-धीरे गर्म करते हैं और तापमान को लंबे समय तक बनाए रखते हैं। यह विकल्प बुज़ुर्गों और बच्चों के लिए ज्यादा आरामदायक माना जाता है। तेल से चलने वाले या ऑयल-फिल्ड हीटर हवा को बहुत ज्यादा सूखा नहीं करते, जिससे सांस से जुड़ी परेशानी कम होती है। हालांकि, हीटर भारी होते हैं और बिजली की खपत अधिक कर सकते हैं। इन्हें पर्दों, बिस्तर या ज्वलनशील चीजों से दूर रखना जरूरी होता है।
सुरक्षा
कौन है ज्यादा सुरक्षित विकल्प?
स्वास्थ्य के नजरिए से देखा जाए तो बहुत ज्यादा गर्म और सूखी हवा नुकसानदायक हो सकती है। ब्लोअर के लगातार इस्तेमाल से नमी खत्म हो जाती है, जिससे सर्दी, खांसी और एलर्जी की समस्या बढ़ सकती है। हीटर, खासकर ऑयल हीटर, इस मामले में थोड़ा सुरक्षित माने जाते हैं। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि उपकरण के साथ कमरे में थोड़ी वेंटिलेशन रखें। रातभर उपकरण चालू छोड़ने से बचें और बच्चों की पहुंच से दूर रखें, ताकि दुर्घटना न हो।