भारत में पहली बार 5G टेस्ट करने वाली कंपनी बनी एयरटेल, जियो से आगे निकली
क्या है खबर?
भारत के कई इलाकों में बेशक अभी 4G कनेक्टिविटी नहीं पहुंची है, लेकिन 5G सेवा ने पहली दस्तक दे दी है।
पिछले दो साल से 5G स्मार्टफोन्स भारतीय मार्केट में खरीदे जा रहे हैं और अब भारती एयरटेल देश में सबसे पहले 5G की टेस्टिंग करने वाली टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनी बन गई है।
एयरटेल ने 5G वायरलेस सर्विस की टेस्टिंग हैदराबाद शहर में की और मार्केट में अपने सबसे बड़े कॉम्पिटीटर जियो को पीछे छोड़ दिया है।
ट्रायल
गुरुवार को हुआ फील्ड-ट्रायल
भारती एयरटेल ने बीते गुरुवार को अपनी फिफ्थ जेनरेशन या 5G सेवा लॉन्च करने की क्षमता परखने के लिए पहला फील्ड ट्रायल किया।
एयरटेल ने अपना पहला ट्रायल हैदराबाद शहर में किया और भारत में सबसे पहले 5G टेस्ट करने वाली कंपनी बन गई है।
5G के साथ यूजर्स को 4G के मुकाबले कई गुना तेज इंटरनेट स्पीड मिलेगी और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) प्रोडक्ट्स एकदूसरे से आसानी से कनेक्ट हो सकेंगे।
जीत
5G के मामले में जियो से आगे
भारत में 4G टेक्नोलॉजी लाने वाली रिलायंस जियो ने तेजी से बड़े मार्केट शेयर पर कब्जा कर लिया था और अब एयरटेल उसे कड़ी टक्कर दे रही है।
माना जा रहा है कि 5G टेक्नोलॉजी को लेकर भी रिलायंस जियो और एयरटेल के बीच खींचतान देखने को मिलेगी।
फिलहाल जियो से पहले 5G की टेस्टिंग करना एयरटेल के लिए शुरुआती बढ़त हो सकती है क्योंकि इंटरनेट स्पीड के मामले में यूजर्स जियो के मुकाबले एयरटेल पर भरोसा कर रहे हैं।
बयान
कॉमर्शियल नेटवर्क पर हुई टेस्टिंग
एयरटेल के चीफ एग्जेक्यूटिव गोपाल विट्टल ने भारत की पहले 5G टेस्टिंग के बारे में जानकारी दी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, "हम पहले टेलिकॉम ऑपरेटर हैं, जिसने लाइव 5G सेवा का प्रदर्शन किया है और टेस्टिंग हैदराबाद में एक कॉमर्शियल नेटवर्क पर की है।"
विट्टल ने कहा, "यह टेस्टिंग दिखाती है कि एयरटेल का नेटवर्क सभी डोमेन- रेडियो, कोर और ट्रांसपोर्ट में 5G लाने के लिए तैयार है।"
एयरटेल ने इसके लिए 1,800MHz स्पेक्ट्रम बैंड इस्तेमाल किया।
इंतजार
कब शुरू होगी 5G सेवा?
जुलाई, 2020 में रिलायंस जियो ने भी कहा था कि कंपनी के पास 5G सॉल्यूशन तैयार है और 2021 की दूसरी छमाही में इसे लॉन्च किया जा सकता है।
हालांकि, रिलायंस जियो और एयरटेल दोनों की ओर से पूरी तरह 5G रोलआउट तभी किया जाएगा, जब कंपनियों के पास जरूरी स्पेक्ट्रम उपलब्ध होंगे।
इस साल 1 मार्च से 5G स्पेक्ट्रम के लिए नीलामी शुरू होने वाली है और इसमें कई बैंड्स बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे।