ग्लोबल वैश्विक रैम संकट के बीच आसुस खुद का DRAM बनाना कर सकती है शुरू
क्या है खबर?
लैपटॉप बनाने वाली कंपनी आसुस डायनामिक रैंडम एक्सेस मेमोरी (DRAM) बाजार में प्रवेश करने का योजना बना रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, ताइवान की यह टेक कंपनी अगले साल मेमोरी कंपोनेंट बनाना शुरू कर सकती है। यह चर्चा ऐसे समय में सामने आई है, जब ग्लोबल टेक इंडस्ट्री रैम की कमी से जूझ रही है। माना जा रहा है कि इससे आसुस को अपनी सप्लाई और इन्वेंट्री सुरक्षित करने में मदद मिल सकती है।
उत्पादन
2026 तक उत्पादन शुरू होने का दावा
रिपोर्ट के अनुसार आसुस मेमोरी मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग में स्वतंत्र रूप से उतर सकती है और इस दिशा में शुरुआती तैयारियां शुरू कर सकती है। कंपनी 2026 की दूसरी तिमाही के अंत तक डेडिकेटेड DRAM प्रोडक्शन लाइनें लगाने की योजना बना सकती है। अगर यह अफवाह सही साबित होती है, तो जुलाई 2026 तक मेमोरी मैन्युफैक्चरिंग शुरू हो सकती है, लेकिन फिलहाल कंपनी की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि या बयान सामने नहीं आया है।
असर
RAM की कमी और बाजार पर असर
रिपोर्ट में आसुस की रॉ मैटेरियल सप्लाई, फैब्रिकेशन टेक्नोलॉजी और निवेश लागत को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है। दुनियाभर में रैम की कमी के चलते यह सवाल भी उठ रहा है कि आसुस कंज्यूमर डिवाइस के लिए DRAM बनाएगा या एंटरप्राइज मार्केट को टारगेट करेगा। DDR5 रैम की कमी से कई PC कंपनियां प्रभावित हैं। HP पहले ही चेतावनी दे चुका है कि कीमतें बढ़ सकती हैं और कम स्पेसिफिकेशन वाले प्रोडक्ट आ सकते हैं।
चुनौती
चिप मैन्युफैक्चरिंग सबसे बड़ी चुनौती
अफवाहों में दावा किया गया है कि आसुस सिर्फ रैम मॉड्यूल नहीं, बल्कि DRAM चिप्स खुद बनाने की योजना बना रहा है। मॉड्यूल असेंबली आसान होती है, लेकिन सिलिकॉन DRAM चिप बनाने के लिए बड़े सेमीकंडक्टर फैब प्लांट की जरूरत होती है। इसमें भारी निवेश और तकनीकी विशेषज्ञता चाहिए। विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक आसुस की आधिकारिक घोषणा नहीं होती, तब तक इन दावों को पूरी तरह सच नहीं माना जाना चाहिए।