आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से तैयार कंटेंट को मिल सकता है कॉपीराइट प्रोटेक्शन, जानिए कैसे?
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से लोग निबंध से लेकर कविता, कहानी और कंप्यूटर कोडिंग कर रहे हैं।
अब इसके द्वारा तैयार किया गया कंटेंट जल्द ही कॉपीराइट प्रोटेक्शन के लिए भी मान्य हो सकता है। हालांकि, इसके लिए जरूरी होगा कि AI द्वारा तैयार किए गए कंटेंट में इंसान की पर्याप्त भागीदारी हो।
अमेरिकी कॉपीराइट ऑफिस ने स्पष्ट करते हुए बताया कि 'पर्याप्त बदलाव या एडिटिंग के साथ तैयार' AI कंटेंट कॉपीराइट के तहत सुरक्षित है।
कॉपीराइट
कंटेंट में होने चाहिए ऑथरशिप लायक एलिमेंट
अमेरिकी कॉपीराइट कार्यालय के अनुसार, AI द्वारा तैयार कंटेंट को केवल तभी कॉपीराइट प्रोटक्शन दिया जा सकता है, जब उस कार्य में मशीन से हटकर क्रिएटर द्वारा 'ऑथरशिप लायक एलिमेंट' जोड़े गए हों।
अमेरिकी ऑफिस ने यह भी कहा कि ये अलग-अलग मामलों के हिसाब से जांच का विषय था, जो इस बात पर ध्यान रखेगा कि किसी खास AI टूल को कैसे इस्तेमाल किया गया और अंतिम प्रोडक्ट के लिए इसका किस तरह से इस्तेमाल किया गया था।
चेतावनी
जनरेटिव AI टेक्नोलॉजी यूजर्स को नहीं देती क्रिएटिव कंट्रोल
अमेरिकी कॉपीराइट कार्यालय ने यह भी चेतावनी दी है कि वर्तमान में उपलब्ध जनरेटिव AI टेक्नोलॉजी यूजर्स को इस आधार पर क्रिएटिव कंट्रोल नहीं देती हैं कि उनके सिस्टम ने इनपुट को कैसे समझा और फिर उस आधार पर मैटेरियल तैयार किया।
कार्यालय ने यह तर्क दिया कि इनपुट आर्टिस्ट के निर्देशों की तरह कार्य करते हैं। यहां मशीन यह निर्धारित करती है कि आउटपुट में उन निर्देशों को कैसे लागू किया जाता है।
कंटेंट
AI द्वारा तैयार कंटेंट को लेकर उठते रहे हैं कॉपीराइट सेफ्टी के मुद्दे
यह पहली बार नहीं है कि अमेरिकी कॉपीराइट कार्यालय ने AI द्वारा तैयार कंटेंट को लेकर कॉपीराइट सेफ्टी के मुद्दों को उठाया है।
पिछले महीने कार्यालय ने कहा था कि क्रिश कश्तानोवा की कॉमिक बुक 'जरया ऑफ द डॉन' में मिडजर्नी AI द्वारा बनाई गई तस्वीरों को कॉपीराइट कानून के तहत प्रोटेक्शन नहीं दिया जा सकता।
हालांकि, यह भी कहा गया था कि उपन्यास का टेक्स्ट और इसके कुछ यूनिक एलिमेंट्स कॉपीराइट योग्य हैं।
गाइडेंस
टेक्स्ट-टू-इमेज की लोकप्रियता के बीच आया गाइडेंस
अमेरिकी कॉपीराइट कार्यालय का नया गाइडेंस ऐसे समय में आया है जब ChatGPT, मिडजर्नी जैसे AI प्लेटफॉर्म टेक्स्ट-टू-इमेज को लेकर तेजी से लोकप्रिय हुए हैं।
ChatGPT को बनाने वाली OpenAI ने अपना नया GPT-4 मॉडल जारी किया है। इसके पुराने GPT-3, GPT-3.5 मॉडल सिर्फ टेक्स्ट इनपुट में ही सक्षम थे। वहीं GPT-4 इमेज इनपुट में भी सक्षम है।
बता दें, GPT (जनरेटिव प्रीटेंड ट्रांसफॉर्मर) अपने विशाल डाटा और इनपुट से सीखी गई जानकारी के आधार पर कंटेंट तैयार करता है।