ऐपल वॉच में मिल सकता है टेंपरेचर मॉनीटरिंग फीचर, पेटेंट से सामने आए जानकारी
ऐपल वॉच में कंपनी ढेरों हेल्थ फीचर्स यूजर्स को देती है और यह सबसे एडवांस्ड वियरेबल्स में शामिल है। नई रिपोर्ट्स और लीक्स से सामने आया है कि इस वियरेबल में टेंपरेचर मॉनीटरिंग फीचर भी शामिल किया जा सकता है। अब एक पटेंट ऐप्लिकेशन से संकेत मिले हैं कि कैलिफोर्निया की टेक कंपनी साल 2019 से ही टेंपरेचर मॉनीटरिंग सेंसर्स पर काम कर रही है। हालांकि, ये बदलाव कब तक किए जाएंगे इस बारे में जानकारी सामने नहीं आई है।
टेंपरेचर सेंसर्स बनेंगे ऐपल वॉच का हिस्सा
ऐपल की ओर से डिवेलप किए जा रहे टेंपरेचर सेंसर्स की मदद से वियरेबल पहनने वाले यूजर का बॉडी टेंपरेचर मापा जा सकेगा। हाल ही में पब्लिक की गई एक पेटेंट ऐप्लिकेशन से सामने आया है कि ऐपल इस टेक्नोलॉजी पर लंबे वक्त से काम कर रही है और इसकी टेस्टिंग जल्द शुरू कर सकती है। कंपनी की कोशिश दो अलग-अलग तरह के सेंसर्स तैयार करने की है, जो यूजर कॉन्टैक्ट या कॉन्टैक्ट के बिना उसका टेंपरेचर पता लगा सके।
पेटेंट में 'वियरेबल हेल्थ डिवाइसेज' का जिक्र
ऐपल के पेटेंट का नाम 'पैकेजिंग टेक्नोलॉजीस फॉर टेंपरेचर सेंसिंग इन हेल्थ केयर प्रोडक्ट्स' सामने आया है। इस पेटेंट में 'टेंपरेचर सेंसर पैकेजेस' का जिक्र जो फ्रैब्रिकेशन मेथड्स के साथ काम करेंगे और नया फीचर यूजर्स को देंगे। नई टेक्नोलॉजी से जुड़ी टेस्टिंग के अलावा इस पेटेंट में 'वियरेबल हेल्थ डिवाइसेज' का जिक्र भी किया गया है। इससे साफ संकेत मिल रहे हैं कि ऐपल फ्यूचर हार्डवेयर अपडेट्स देते हुए अपनी वॉच में कुछ और हेल्थ फीचर्स को जगह देगी।
दो सेंसर पैकेजेस पर काम कर रही है ऐपल
पेटेंट में दो अलग-अलग तरह के टेंपरेचर सेंसर पैकेजेस का जिक्र किया गया है। पहले पैकेज में सेंसर का यूजर की स्किन से टच होना जरूरी है, वहीं दूसरा पैकेज बिना स्किन कॉन्टैक्ट के टेंपरेचर बता पाएगा। ऐपल ने कहा है कि इन टेक्नोलॉजीस को कई साल में तैयार किया गया है और ये सेंसर्स अब वियरेबल हेल्थ डिवाइसेज का हिस्सा बनाए जा सकेंगे। इन्हें अलग-अलग तरह के डिवाइसेज में शामिल किया जा सकता है।
क्या नए डिवाइसेज लाएगी ऐपल?
दोनों नए सेंसर्स का काम बेशक एक ही हो लेकिन इन्हें अलग-अलग तरह के डिवाइसेज का हिस्सा बनाया जा सकेगा। उदाहरण के लिए टच-बेस्ड सेंसर को डिवाइस के सरफेस पर रखा जा सकेगा, वहीं दूसरे को सरफेस से अंदर भी इंबेड किया जा सकेगा। पेटेंट ऐप्लिकेशन का फोकस टेक्नोलॉजी के काम करने के तरीके पर ज्यादा और डिवाइसेज पर कम है। हालांकि, इस अपग्रेड के लिए यूजर्स को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
कोविड-19 के चलते बढ़ी जरूरत
टेंपरेचर सेंसिंग टेक्नोलॉजी की जरूरत पिछले साल आई कोविड-19 महामारी के बाद बढ़ गई है। पब्लिक स्पेस में खासकर लोगों को टेंपरेचर चेक करने के बाद ही जाने की अनुमति दी जा रही है। बुखार आना संक्रमण के शुरुआती लक्षणों में शामिल है।