भारत में ऐपल की बिक्री में छोटे शहरों का योगदान 60 प्रतिशत, ये हैं कारण
टेक दिग्गज ऐपल के लिए भारत एक बड़ा बाजार है और यहां कंपनी की बिक्री में छोटे शहरों का योगदान अधिक है। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में ऐपल की बिक्री में 60 प्रतिशत योगदान टियर-2 और टियर-3 शहरों का होता है। इससे कंपनी को महामारी के बाद अपना राजस्व बढ़ाने में भी मदद मिली है। इसे देखते हुए ऐपल भी इन शहरों पर अधिक ध्यान देने लगी है और वह अलग-अलग प्लेटफॉर्म के साथ साझेदारी कर रही है।
ऐपल बदल रही अपनी रणनीति
शुरुआत में ऐपल अपने प्रीमियम रिसेलर के जरिये मेट्रो शहरों के ग्राहकों को आकर्षित कर रही थी। कोरोना वायरस महामारी से पहले भारत में कंपनी की 65-70 प्रतिशत बिक्री केवल बड़े शहरों में होती थी, लेकिन अब हालात बदले हैं। इस साल ऐपल ने 90 लाख आईफोन बेचे हैं, जिनमें से 60 प्रतिशत छोटे शहरों में बिके हैं। इसे देखते हुए कंपनी अब छोटे शहरों के लिए क्रोमा और रिलायंस डिजिटल आदि के साथ हाथ मिला रही है।
छोटे शहरों में मांग बढ़ने की क्या वजह?
पिछले कुछ समय से देश में प्रीमियम स्मार्टफोन की मांग बढ़ रही है और महामारी के बाद कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सहूलियत दी है। इस वजह से वो वापस अपने शहरों में जा रहे हैं। इन वजहों से छोटे शहरों में ऐपल के आईफोन और अन्य प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ी है। दूसरी तरफ ऐपल को भी भारतीय बाजार खूब लुभा रहा है और उसे इस बाजार में अपनी अच्छी तरक्की की उम्मीद है।