6G वायरलेस टेक्नोलॉजी लाना चाहती है ऐपल, अभी से शुरू की तैयारी
क्या है खबर?
पिछले साल नवंबर महीने में टेक कंपनी ऐपल नेक्स्ट G अलायंस का हिस्सा बनी थी, जिसका मकसद नेक्स्ट जेनरेशन वायरलेस टेक्नोलॉजी (6G) पर काम करना था।
अब सामने आया है कि ऐपल ने अपनी खुद की 6G टेक्नोलॉजी पर काम करना शुरू कर दिया है।
ब्लूमबर्ग ने एक जॉब पोस्टिंग में पाया कि ऐपल ने ऐसे इंजीनियर्स के लिए जॉब वेकेंसी निकाली है, जिनकी मदद से नेक्स्ट जेनरेशन 6G सेल्युलर टेक्नोलॉजी पर काम किया जा सके।
वजह
इसलिए 6G तैयार करने पर जोर
नेक्स्ट जेनरेशन 6G टेक्नोलॉजी आने में अभी कई साल का वक्त लगेगा क्योंकि दुनियाभर में अब तक 5G टेक्नोलॉजी भी नहीं पहुंची है।
हालांकि, अमेरिका की कंपनियां नई टेक्नोलॉजी तैयार करने के मामले में पीछे नहीं रहना चाहतीं।
दरअसल, 5G कनेक्टिविटी के मामले में चीन से बाजी मार ली थी और अमेरिका से पहले यूजर्स को 5G अनुभव देना शुरू कर दिया था।
ऐपल जैसी कंपनियां नहीं चाहतीं कि 6G के साथ भी यह बात दोहराई जाए।
जॉब
कंपनी को 6G के लिए इंजीनियर्स की तलाश
ऐपल ने जो जॉब पोस्टिंग शेयर की है, उससे पता चला है कि कंपनी को ऐसे इंजीनियर्स की जरूरत है जो 'रेडियो ऐक्सेस नेटवर्क्स के लिए नेक्स्ट-जेनरेशन (6G) कम्युनिकेशन सिस्टम्स से जुड़ी रिसर्च और डिजाइन' का काम करें।
इसके अलावा इन्हें '6G टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे इंडस्ट्री और एकेडमिक फोरम्स में हिस्सा लेना' होगा।
कंपनी ने लिखा है कि इंजीनियर्स ऐसी टेक्नोलॉजी तैयार करेंगे, जिसका ऐपल प्रोडक्ट्स पर असर देखने को मिलेगा।
इंतजार
कब तक आएगी 6G टेक्नोलॉजी?
एक्सपर्ट्स की मानें तो 6G सेल्युलर टेक्नोलॉजी स्टैंडर्ड्स साल 2030 से पहले लागू नहीं हो पाएंगे लेकिन रिसर्च और डिवेलपमेंट का काम शुरू करने के लिए यह सबसे सही वक्त है।
ऐपल दूसरी टेक कंपनियों के मुकाबले पहले ही 6G मॉडेम तैयार करने और नई टेक्नोलॉजी से जुड़े दूसरे प्रोडक्ट्स बनाने का काम करना चाहेगी।
ऐपल की कोशिश होगी कि ऐसे 6G प्रोडक्ट्स तैयार किए जाएं जिन्हें बाद में कंपनी के स्मार्टफोन्स और दूसरे गैजेट्स का हिस्सा बनाया जा सके।
रिसर्च
दूसरी कंपनियां भी होड़ में शामिल
ऐसा नहीं है कि सिर्फ ऐपल नई 6G टेक्नोलॉजी से जुड़ी रिसर्च का काम शुरू कर रही है।
ऐपल के अलावा हुवाई, LG और नोकिया जैसे टेक ब्रैंड्स 6G रिसर्च एंड डिवेलपमेंट का काम कर रही हैं।
ऐपल ने अपनी जॉब पोस्टिंग में बताया है कि उसके पास बड़ा रिसर्च ग्रुप होगा।
कंपनी ने लिखा, "इस रोल में आप (इंजीनियर्स) ऐसे कमाल के रिसर्च ग्रुप का हिस्सा होंगे, जो अगले एक दशक में नेक्स्ट जेनरेशन रेडियो ऐक्सेस टेक्नोलॉजी तैयार करेगा।"