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अमेरिकी नौसेना के बाद रक्षा विभाग भी डीपसीक को कर रहा ब्लॉक, जानिए क्या है कारण 
अमेरिकी रक्षा विभाग ने डीपसीक ब्लॉक करना शुरू कर दिया है (तस्वीर: एक्स/@BarrettYouTube)

अमेरिकी नौसेना के बाद रक्षा विभाग भी डीपसीक को कर रहा ब्लॉक, जानिए क्या है कारण 

Jan 31, 2025
10:53 am

क्या है खबर?

चीनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप डीपसीक के R1 मॉडल ने पूरी दुनिया में दिग्गज टेक कंपनियों को हिलाकर रख दिया है। दूसरी तरफ कई देश इसे आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा मानते सतर्क हो गए हैं। अमेरिका का रक्षा विभाग भी इससे सतर्क हो गया है और अपने कुछ नेटवर्क में डीपसीक को ब्लॉक करना शुरू कर दिया है। अमेरिकी नौसेना ने सुरक्षा और नैतिक चिंताओं को लेकर कर्मचारियों को इसके उपयोग पर पिछले दिनों ही प्रतिबंध लगा दिया था।

उपयोग 

कर्मचारियों ने किया डीपसीक का इस्तेमाल

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी रक्षा विभाग कर्मचारियों ने इस सप्ताह कम से कम 2 दिनों तक डीपसीक का उपयोग किया, जिससे उनके कंप्यूटर चीनी सर्वर से जुड़ गए और वह इसे नहीं रोक पाया। दावा है कि इस AI चैटबॉट की सर्विस की शर्तें स्पष्ट रूप से बताती हैं कि यह यूजर्स डाटा को चीनी सर्वर पर संग्रहीत करता है। यह डाटा को चीनी कानून के तहत नियंत्रित कर सुरक्षा एजेंसियों के साथ सहयोग को अनिवार्य करता है।

लोकप्रियता 

अमेरिका में बढ़ रही चैटबॉट की लोकप्रियता 

अमेरिकी सरकार चीनी AI चैटबॉट में बढ़ती रुचि के राष्ट्रीय सुरक्षा निहितार्थों से जूझ रही है, जो ऐपल स्टोर और गूगल प्ले स्टोर दोनों में शीर्ष पर पहुंच गया है। CNBC की रिपोर्ट के अनुसार, 24 जनवरी को अमेरिकी नौसेना ने सुरक्षा चिंताओं को लेकर कर्मचारियों को डीपसीक का इस्तेमाल बैन कर दिया। जानकारी के अनुसार, डीपसीक जन्म तिथि, टेलिफोन नंबर और यूजर नेम पासवर्ड, टेक्स्ट और ऑडियो इनपुट और चैट हिस्ट्री को स्टोर करता है।