वैलेंटाइन डे: लव लेटर लिखने में ChatGPT की मदद लेना चाह रहे 62 प्रतिशत भारतीय- सर्वे
क्या है खबर?
वैलेंटाइन डे नजदीक आ रहा है और इस दिन लोग अपने प्रेमी-प्रेमिका को लव लेटर देते हैं। इस बार कुछ लोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल ChatGPT की मदद से लेटर लिखने की योजना बना रहे हैं। यह ऐसा लेटर लिखता है, जैसे किसी इंसान ने लिखा है।
McAfee ने एक ग्लोबल सर्वे के आधार पर कहा है कि अधिकतर भारतीय यह नहीं पता कर पा रहे हैं कि लव लेटर ChatGPT द्वारा लिखा गया है या फिर इंसान ने लिखा है।
सर्वे
डेटिंग प्रोफाइल के लिए AI का इस्तेमाल
सर्वे में एक बात यह भी सामने आई है कि 62 प्रतिशत व्यस्क भारतीय इस बार वैलेंटाइन डे पर लव लेटर लिखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद लेने की तैयारी में हैं।
कई देशों के सर्वे से एक बात यह भी निकलकर आई कि भारत में सबसे अधिक 73 प्रतिशत लोग अपने डेटिंग प्रोफाइल को बूस्ट करने के लिए पहले से ही AI का इस्तेमाल कर रहे हैं।
रिपोर्ट
GPT लेटर-इंसानी लेटर में अंतर नहीं कर पाए अधिकतर भारतीय- सर्वे
McAfee की मॉडर्न लव रिसर्च रिपोर्ट में सामने आया कि सर्वे में शामिल 78 प्रतिशत भारतीय लोग ChatGPT के लिखे लव लेटर और एक इंसान के लिखे गए लव लेटर के बीच अंतर नहीं पता कर पा रहे थे।
कंपनी का दावा है कि उसने नौ देशों में 5,000 लोगों का सर्वे किया, जिससे कि यह पता लगाया जा सके कि AI और इंटरनेट लोगों के प्यार और रिश्ते को कैसे बदल रहे हैं।
वैलेंटाइन
"साइबर फ्रॉड से बच कर रहने की जरूरत"
सर्वे कंपनी के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर स्टीव ग्रोबमैन ने कहा कि AI का इस्तेमाल साइबर अपराधी भी कर रहे हैं और वैलेंटाइन डे पर यह आपको शिकार बना सकते हैं। इसलिए अपनी पहचान और गोपनीयता को लेकर सतर्क रहें। किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें।
उन्होंने कहा कि किसी संभावित पार्टनर के साथ चैटिंग में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन स्कैमर के भेजे लिंक पर क्लिक करने से आपके पैसे या पर्सनल जानकारी चोरी हो सकती है।
भारतीय
अजनबियों से बात करने में आगे हैं भारतीय- रिपोर्ट
सर्वे के मुताबिक 76 प्रतिशत भारतीयों ने कैटफिश होने की बात स्वीकार की है। 'कैटफिश' वो होते हैं जो हकीकत के उलट इंटरनेट पर अपनी मौजूदगी दिखाते हैं।
इसके अलावा वैश्विक स्तर पर 66 प्रतिशत की तुलना में 89 प्रतिशत भारतीयों ने सोशल मीडिया पर अजनबियों से सीधे बातचीत की है।
रिपोर्ट में कहा गया कि अजनबी द्वारा भारतीयों तक पहुंचने के लिए इंस्टाग्राम (64 प्रतिशत), व्हाट्सऐप (59 प्रतिशत) और फेसबुक (51 प्रतिशत) उपयोग करने की संभावना है।
जीपीटी
क्या है ChatGPT?
ChatGPT का फुल फॉर्म चैट जेनरेटिव प्रिट्रेंड ट्रांसफार्मर है। यह OpenAI द्वारा तैयार किया गया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस एक प्रकार का चैटबॉट है। यह इनपुट के आधार पर सरल शब्दों में या कहें कि इंसानी भाषा में जवाब देता है।
आपके इनपुट के आधार पर ये निबंध, लेटर, कविता, कहानी लिखने में सक्षम है। हालांकि, यह अभी सिर्फ उतना ही जवाब दे सकता है, जितना इसके अंदर डाटा फीड है या जिस डाटा पर इसे प्रशिक्षित किया गया है।