कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत क्यों की है?
क्या है खबर?
लोकसभा चुनाव की गर्मागर्मी के बीच कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव आयोग पहुंच गई है।
पार्टी ने उसके घोषणापत्र को लेकर की गई एक आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर मोदी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है और आयोग से कार्रवाई की मांग की है।
मोदी ने एक चुनावी रैली में यह आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश, सलमान खुर्शीद और मुकुल वासनिक चुनाव आयोग के पास शिकायत दर्ज कराने पहुंचे।
आइए पूरा मामला जानते हैं।
बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कहा था?
6 अप्रैल को राजस्थान के अजमेर में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, "कांग्रेस ने जिस तरह का घोषणापत्र जारी किया है, उससे साबित हो गया है कि आज की कांग्रेस आज के भारत की आशाओं और आकांक्षाओं से पूरी तरह कट चुकी है। कांग्रेस के घोषणापत्र में वही सोच झलकती है, जो सोच आजादी के आंदोलन के समय मुस्लिम लीग में थी। कांग्रेस के घोषणापत्र में पूरी तरह मुस्लिम लीग की छाप है।"
प्रतिक्रिया
कांग्रेस ने अपनी शिकायत में क्या कहा?
कांग्रेस ने चुनाव आयोग की दी अपनी शिकायत में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र को मुस्लिम लीग की छाप वाला बताया, जो आचार संहिता का उल्लंघन है।
कांग्रेस ने यह भी कहा कि मोदी का बयान भारतीय दंड संहिता की धारा 153A (विभिन्न समुदायों के बीच नफरत फैलाना) के तहत भी दंडनीय है क्योंकि वे झूठे दावे करने के लिए विभाजन की भयावहता का इस्तेमाल कर रहे हैं और धुव्रीकरण करना चाहते हैं।
बयान
कांग्रेस ने और क्या कहा?
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, "जिस तरह से मोदी ने हमारे घोषणापत्र को मुस्लिम लीग का बताया। इस पर हमने घोर आपत्ति दर्ज कराई। प्रधानमंत्री के होर्डिंग जो यूनिवर्सिटी में लगे हैं, उस पर भी हमने अपनी बात रखी।"
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कुल 2 शिकायतें दर्ज कराई हैं। इन्हें मिलाकर उसने भाजपा नेताओं के खिलाफ कुल 6 शिकायतें दर्ज कराई हैं।
आमने-सामने
कई मुद्दों पर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने
बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने हैं।
एक मुद्दा इनकम टैक्स की कार्रवाई को लेकर है। आयकर विभाग ने कांग्रेस के खातों को सील करते हुए उनसे 135 करोड़ रुपये निकाल लिए थे।
कांग्रेस ने इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी सरकार कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु बनाने की कोशिश कर रही है और यह कार्रवाई पूरी तरह से गलत है।