उत्तर प्रदेश: प्राइवेट अस्पतालों से मंत्री तक परेशान, 4 दिन में 4 लाख का बिल बनाया
उत्तर प्रदेश की सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर की माता का देहांत हो गया है। वह पिछले कई दिनों से किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय (KGMU) के शताब्दी अस्पताल में भर्ती थीं। मां की बीमारी पर राजभर ने एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए बताया कि KGMU आने से पहले उनकी मां को लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां लंबा चौड़ा बिल बन गया। उन्होंने कहा कि वहां इलाज के नाम पर केवल फाइल बनी।
बोलते हुए आई थीं, लेकिन बेहोश मिलीं- राजभर
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष राजभर ने पत्रकार को बताया कि उन्होंने अपने बेटों से KGMU ले जाने को कहा था, लेकिन वे मेदांता में भर्ती करा दिए। राजभर बोले, "मेदांता में 4 दिन भर्ती किया गया, 4 दिन में वो सब 4 लाख रुपये ले लिया। होश तक नहीं आया। वहां से बोलते हुए मां आई थी, लेकिन जब मैं मिलने आया तो मां बेहोश पड़ी थीं। KGMU आईं तो बोलने लगीं। मेदांता में मोटी फाइल बनाई गई।"
सुनिए, क्या बोले मंत्री जी
मेदांता पर पहले भी लग चुके हैं आरोप
लखनऊ के मेदांता अस्पताल पर ज्यादा बिल बनाने का आरोप पहली बार नहीं है। इससे पहले भी कई मरीजों के तीमारदार बिल को लेकर हंगामा कर चुके हैं। पिछले साल मरीज के तीमारदार ने 3 दिन शव को वेंटीलेटर पर रखने का आरोप लगाया था।