उत्तराखंड: मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रधानमंत्री को पत्र लिखने पर पूर्व मंत्री को भाजपा ने किया निलंबित
क्या है खबर?
उत्तराखंड भाजपा में नेताओं के बगावती सुर नहीं दब रहे हैं। पहले भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटाने पर कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने नाराजगी जताई थी और अब वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री लाखीराम जोशी ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है।
जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पद से हटाने की मांग की है। इस पर पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया है।
प्रकरण
मुख्यमंत्री ने अपने फैसलों से भाजपा को किया शर्मसार- जोशी
पूर्व कैबिनेट मंत्री लाखीराम जोशी की ओर से 11 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी को लिखे गए पत्र में लिखा है कि उत्तराखंड में भाजपा की सरकार को बने तीन वर्ष हो चुके हैं, इन तीन सालों में मुख्यमंत्री के रूप में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कई बार अपने विवादास्पद निर्णयों से उत्तराखंड सरकार और भाजपा को शर्मसार किया है।
उन्होंने मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार के लिप्त होने का आरोप लगाते हुए ऐसे मामलों को संज्ञान लिए जाने की जरूरत बताई थी।
जानकारी
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जोशी का पत्र
पूर्व मंत्री जोशी द्वारा प्रधानमंत्री को लिखा पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इसके बाद उतराखंड भाजपा को मामले की जानकारी मिली और इसके बाद प्रदेशाध्यक्ष बंशीधर भगत ने मामले में संज्ञान लेकर अन्य पदाधिकारियों से चर्चा की।
कार्रवाई
भाजपा ने जोशी को छह साल के लिए किया निलंबित
मामले में भाजपा की उत्तराखंड इकाई ने जोशी के प्रकरण को अनुशासनहीनता करार दिया गया। इसके बाद शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष भगत ने जोशी को निलंबित करने के साथ ही उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है।
प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष डॉ देवेंद्र भसीन के अनुसार पूर्व मंत्री जोशी को नोटिस का जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया गया है। उत्तर न मिलने अथवा इसके संतोषजनक न पाए जाने पर उन्हें निष्कासित भी किया जा सकता है।
बयान
भाजपा में अनुशासन सबसे महत्वपूर्ण- भगत
मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत का कहना है कि पार्टी में अनुशासन सबसे महत्वपूर्ण विषयों में है। कोई भी कार्यकर्ता, चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों न हो, उसे अनुशासनहीनता के मामले में कोई रियायत नहीं दी जा सकती है।
उन्होंने आगे कहा कि किसी के मन में कोई विषय है तो वह सीधा उनसे कर सकता है। वह संबंधित विषय को उच्च स्तर तक ले जाएंगे, लेकिन अनुशासनहीनता किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं की जा सकती।
बचाव
संगठन की छवि को बचाने के लिए लिखा पत्र- जोशी
इधर, लाखीराम जोशी ने कहा कि भाजपा संगठन की छवि को खराब होने से बचाने के लिए ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। जहां तक प्रांतीय नेतृत्व द्वारा उन्हें निलंबित करने का प्रश्न है तो संगठन इस तरह से निलंबित नहीं कर सकता है।
उन्होंने कहा कि निलंबन के लिए पूरी प्रक्रिया होती है। पहले नोटिस दिया जाता है और फिर कार्रवाई होती है। उन्होंने पार्टी संगठन की छवि बचाने के लिए ही पत्र लिखा है।