संसद में इस्तेमाल नहीं किए जा सकेंगे जुमलाजीवी, तानाशाह और भ्रष्ट समेत कई शब्द, प्रतिबंध लगा
क्या है खबर?
लोकसभा सचिवालय ने ऐसे शब्दों की नई सूची जारी की है जिनका संसद में इस्तेमाल करना असंसदीय माना जाएगा और इन्हें सदन की कार्यवाही की रिकॉर्डिंग से हटा दिया जाएगा।
इन शब्दों में भ्रष्ट, नौटंकी और शर्मिंदा जैसे कई ऐसे शब्द शामिल हैं जिनका प्रयोग बेहद आम है और सरकार पर निशाना साधने के लिए विपक्षी सांसद अक्सर इनका इस्तेमाल करते हैं।
इसी कारण विपक्ष के कई सांसदों ने नए नियमों के लिए सरकार पर हमला बोला है।
शब्द
किन शब्दों के उपयोग पर लगाया गया प्रतिबंध?
असंसदीय शब्द 2021 सूची में जिन शब्दों पर प्रतिबंध लगाया गया है, उनमें जुमलाजीवी, बाल बुद्धी, कोविड स्प्रेडर, स्नूपगेट (जासूसी कांड), शकुनी, जयचंद, लॉलीपॉप, चांडाल चौकड़ी, गुल खिलाए और पिट्ठू आदि शामिल हैं।
इसके अलावा बहरी सरकार, दोहरा चरित्र, दलाल, दादागिरी, दंगा, तानाशाह, तानाशाही, विनाश पुरुष, खालिस्तानी और खून की खेती आदि शब्दों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
शर्मिंदा, भ्रष्ट, निकम्मा, नौटंकी, ढिंढोरा पीटना, धोखा देना और अक्षम जैसे आम बोलचाल के शब्दों के उपयोग पर भी प्रतिबंध रहेगा।
नियम
प्रतिबंधित शब्दों का इस्तेमाल करने पर हो सकती है कार्रवाई
नियमों के अनुसार, अगर कोई सांसद इन प्रतिबंधित शब्दों का इस्तेमाल करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
इसके अलावा इन शब्दों को संसद की कार्यवाही से भी निकाल दिया जाएगा और ये लिखित रिकॉर्ड में नहीं जाएंगे। हालांकि किस शब्द को निकालना है और किस शब्द को रखना है, इस पर अंतिम फैसला लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा सभापति का होगा।
सोमवार से शुरू हो रहे मानसून सत्र से प्रतिबंधित शब्दों की ये नई सूची लागू होगी।
प्रतिक्रिया
TMC सांसद ने साधा सरकार पर निशाना
विपक्षी सांसदों ने नए नियमों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट कर कहा, 'कुछ ही दिनों में सत्र शुरू होने वाला है। सांसदों पर पाबंदी लगा दी गई है। अब हमें संसद में भाषण देते समय इन बुनियादी शब्दों का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी: शर्मिंदा, दुर्व्यवहार, धोखा, भ्रष्ट, पाखंड, अक्षम। मैं इन शब्दों का इस्तेमाल करूंगा। मुझे निलंबित कीजिए। लोकतंत्र के लिए लड़ाई लड़ रहा हूं।'
बयान
महुआ मोइत्रा ने भी साधा सरकार पर निशाना
TMC की एक अन्य सांसद महुआ मोइत्रा ने भी ट्वीट करते हुए कहा, 'आपका मतलब अब मैं लोकसभा में खड़े होकर यह नहीं कह सकती कि भारतीयों को एक अक्षम सरकार ने कैसे धोखा दिया है, जिसे अपने पाखंड पर शर्म आनी चाहिए।'
अन्य पार्टी
कांग्रेस और शिवसेना ने साधा प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना
कांग्रेस ने भी नए नियमों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। पार्टी नेता जयराम नरेश ने ट्वीट करते हुए कहा, 'मोदी सरकार की असलियत बताने के लिए विपक्ष द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सभी शब्दों को अब 'असंसदीय' माना जाएगा। अब आगे क्या विषगुरु?'
वहीं शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'इसस एक मीम की याद आती है। अगर करें तो करें क्या, बोलें तो बोलें क्या? सिर्फ, वाह मोदी जी वाह!'