उद्धव ठाकरे के हेलीकॉप्टर की जांच पर विवाद, क्या कहते हैं नियम?
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने के लिए नेता हेलीकॉप्टर से पहुंच रहे हैं। इस बीच शिवसेना (UBT) सुप्रीमो उद्धव ठाकरे के हेलीकॉप्टर की 2 बार जांच की गई, जिसपर विवाद हो गया है। इससे नाराज उद्धव ने घटना का वीडियो साझा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के हेलीकॉप्टर की भी जांच करने को कहा है। आइए जानते हैं जांच को लेकर नियम क्या कहते हैं।
उद्धव के हेलीकॉप्टर की 2 बार हुई जांच
11 नवंबर को उद्धव यवतमाल में प्रचार करने पहुंचे थे। यहां उनका हेलीकॉप्टर लैंड करते ही चुनाव आयोग के अधिकारियों ने इसकी जांच की। वहीं, 12 नवंबर को लातूर में उनके हेलीकॉप्टर और उसमें रखे सामान की जांच की गई। इस पर उद्धव ने कहा, "मोदी और शाह के बैग की जांच कीजिए, क्योंकि वो महाराष्ट्र लूट रहे हैं। आज मुझे सोलापुर जाना था, मुझे उड़ान भरने से रोका गया, क्योंकि मोदी आ रहे थे।"
क्यों होती है हेलीकॉप्टर की जांच?
चुनावों से पहले ज्यादातर सरकारी मशीनरी चुनाव आयोग के नियंत्रण में आ जाती है। आयोग मतदान से पहले धन का दुरुपयोग रोकने के लिए एजेंसियों को नकदी समेत सभी वस्तुओं पर निगरानी रखने का आदेश देता है, जिनका इस्तेमाल मतदाताओं को प्रलोभन देने के लिए किया जा सकता है। इसमें शराब, उपहार, नगदी और आभूषण वगैरह शामिल होते हैं। नियमों के तहत, नेताओं के हेलीकॉप्टर की भी जांच की जाती है।
क्या कहते हैं नियम?
दैनिक भास्कर से बात करते हुए भारत के पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त एसवाई कुरैशी कहते हैं, "सभी प्रकार की जांच आयोग के मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट और SOP के तहत की जाती है। किसी भी उम्मीदवार या नेता के साथ विशेष बर्ताव नहीं किया जाता। इसके लिए हर जिले में ऑब्जर्वर नियुक्त किया जाता है। हर विधानसभा क्षेत्र में 3 या 3 से ज्यादा उड़न दस्ते और स्थिर निगरानी दल बनाए जाते हैं।"
एंबुलेंस की भी हो सकती है जांच
कुरैशी के मुताबिक, जांच से किसी भी व्यक्ति को कोई भी छूट नहीं है। उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग के मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट और SOP के तहत किसी भी व्यक्ति को जांच से छूट नहीं मिली है। केवल एंबुलेंस को जांच से छूट होती है। हालांकि, शक होने पर उनकी भी जांच की जा सकती है।" वहीं, अधिकारियों ने आज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हेलीकॉप्टर की भी जांच की।
प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर की भी हो चुकी है जांच
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हेलीकॉप्टर की भी जांच हो चुकी है। ओडिशा के संबलपुर में एक रैली के दौरान कर्नाटक कैडर के IAS अधिकारी मोहम्मद मोहसिन ने प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर की जांच की थी। हालांकि, बाद में चुनाव आयोग ने लापरवाही बरतने के आरोप में मोहसिन को बर्खास्त कर दिया था। आयोग ने कहा था कि SPG सुरक्षा प्राप्त लोगों को जांच में छूट दी गई है।