बिहार: दंगों के बाद पिता से हुई तेजस्वी की तुलना, दंगे रोकने खुद पहुंचे थे लालू
बिहार में रामनवमी के दंगों के बाद लोग उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की तुलना उनके पिता लालू प्रसाद यादव से कर रहे हैं और तेजस्वी को कमजोर बता रहे हैं। ट्विटर यूजर सदफ आफरीन ने ट्वीट किया, 'सीतामढ़ी में 1992 में अचानक से दंगे भड़क उठे। दशहरा पर दो समुदायों में तनाव की स्थिति बन गई। तब विधायक शाहिद अहमद खान ने लालू यादव को फोन कर जानकारी दी। कुछ देर बाद मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर सीतामढ़ी के आसमान पर मंडराने लगा।'
लालू ने खुद लोगों को घरों के अंदर भगाया
आफरीन ने आगे लिखा, 'लालू यादव ने देखा कि लोग लूटपाट और आगजनी कर रहे है। लालू एक खुली जीप में बैठे और लाउडस्पीकर लेकर चिल्ला के बोलने लगे, 'सब घर के अंदर चले जाओ, नहीं तो पुलिस गोली मार देगी।' देखते ही देखते भीड़ घर के अंदर चली जाती है। मामला शांत हो गया था। लेकिन बिहारशरीफ, सासाराम में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री तुरंत नहीं पहुंचे। दंगा दो दिन चलता रहा। लालू वाली बात उनके बेटे तेजस्वी में नही दिखी।'