तमिलनाडु: भाजपा की पूर्व अध्यक्ष तमिलसाई सुंदराजन ने कहा- गोमांस खाना सहीं तो गौमूत्र क्यों नहीं?
क्या है खबर?
तमिलनाडु में भाजपा की अध्यक्ष रहीं तमिलसाई सुंदराजन ने IIT मद्रास के निदेशक वी कामकोटि का बचाव करते हुए उनके गौमूत्र से जुड़े बयान को सही बताया है।
तमिलसाई ने कहा, "एक वर्ग कह रहा है कि वे गोमांस खाएंगे क्योंकि यह उनका अधिकार है। तो जब दूसरा वर्ग बीमारियों को ठीक करने के लिए गोमूत्र का उपयोग करता है, तो वे टिप्पणी क्यों कर रहे हैं?"
उन्होंने द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) समेत अन्य राजनीतिक दलों को निशाने पर लिया।
विवाद
क्या है गौमूत्र से जुड़े बयान का विवाद?
निदेशक कामकोटि ने मट्टू पोंगल (15 जनवरी) पर गो संरक्षण शाला में आयोजित एक कार्यक्रम में सन्यासी का किस्सा सुनाते हुए कहा था कि जब एक व्यक्ति को तेज बुखार हुआ था, तो वे डॉक्टर को बुलाने की सोच रहे थे।
तभी एक सन्यासी आए और उन्होंने गौमूत्र पीने की सलाह दी, जिसके पीने के बाद व्यक्ति का बुखार 15 मिनट में उतर गया।
उन्होंने कहा था कि गौमूत्र में सूजनरोधी, जीवाणुरोधी और एंटीफंगल गुण होते हैं।
सवाल
कांग्रेस और DMK नेताओं ने विरोध किया
कामकोटि की टिप्पणी के बाद कांग्रेस और DMK ने उनके बयान की आलोचना की। कांग्रेस सांसद कार्ति पी चिदंबरम ने कहा कि निदेशक द्वारा छद्म विज्ञान का प्राचर करना अनुचित है।
DMK के वरिष्ठ नेता टीकेएस एलंगोवन ने कहा, "कोई डॉक्टर नहीं कहेगा कि बीमारियों को ठीक करने के लिए गौमूत्र पिएं, मैं प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध करूंगा कि उन्होंने IIT की जगह एम्स भेजा जाए।"
वहीं कामकोटि ने अपनी बात के लिए अमेरिका के 5 शोध का हवाला दिया।