तमिलनाडु: राज्यपाल का DMK सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप, कहा- गरीबों को नहीं मिल रहा लाभ
तमिलनाडु में राज्यपाल और राज्य सरकार के बीच तनातनी जारी है। सोमवार को राज्यपाल आरएन रवि ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) की सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। राज्यपाल ने एक्स पर लिखा, 'यह दुखद है कि नागापट्टिनम जिले के योग्य गरीब ग्रामीणों को प्रशासनिक उदासीनता और कथित भ्रष्टाचार के कारण प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।' उन्होंने यह टिप्पणी कीझवेनमनी गांव के दौरे के बाद एक्स पर की।
आगे और क्या लिखा राज्यपाल ने?
राज्यपाल ने कहा कि सर्वहारा वर्ग का समर्थन करने का दावा करने वाले एक राजनीतिक दल के कीझवेनमनी गांव में 44 गरीब मजदूरों की याद में फूस की झोपड़ियों के बीच एक विशाल उच्च लागत वाली कंक्रीट संरचना बनवाना न केवल विडंबनापूर्ण है, बल्कि शहीदों और गरीबों का उपहासपूर्ण अपमान भी है। बता दें कि राज्यपाल ने कीझवेनमनी गांव में लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनी।
क्या है कीझवेनमनी गांव का मामला?
25 दिसंबर, 1968 में कीझवेनमनी गांव में 20 महिलाओं और 19 बच्चों सहित 44 लोगों को एक झोपड़ी में बंद कर दिया गया था। आरोप है कि लाल झंडे के नेतृत्व में रैली करने और मजदूरी बढ़ाने की मांग के लिए जमींदारों ने इन सभी 44 लोगों को जिंदा जला दिया था। सभी पीड़ित खेतिहर मजदूर थे। राज्यपाल ने नरसंहार के एकमात्र जीवित बचे थिरु जी पलानिवेल से भी मुलाकात की। इसके अलावा गांव में कई अन्य जगह भी गए।