पश्चिम बंगाल: नारदा स्टिंग टेप मामले में गिरफ्तार दो मंत्रियों सहित चार TMC नेताओं को जमानत
नारदा स्टिंग केस में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा सोमवार सुबह कोलकाता से गिरफ्तार किए गए पश्चिम बंगाल सरकार के दो मंत्रियों समेत चार तृणमृल कांग्रेस (TMC) नेताओं को करीब सात घंटे बाद जमानत मिल गई है। कोलकाता की विशेष CBI कोर्ट ने 50 हजार रुपये के निजी मुचलके पर दोनों मंत्रियों सहित चारों नेताओं को रिहा किया दिया। इस गिरफ्तारी के मामले में CBI और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई थी।
क्या है नारदा स्टिंग टेप मामला?
बता दें कि नारदा स्टिंग टेप पश्चिम बंगाल में 2016 के विधानसभा चुनावों से पहले सामने आया था। यह स्टिंग ऑपरेशन 2014 में किया गया था। इस स्टिंग में कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेताओं को रिश्वत लेते दिखाया गया था। स्टिंग में फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और सोवन चटर्जी का नाम सामने आया था। ये चारों 2014 में ममता बनर्जी सरकार में मंत्री थे। ये स्टिंग ऑपरेशन नारद न्यूज पोर्टल ने किया था।
कलकत्ता हाई कोर्ट ने 2017 में दिए थे मामले की CBI जांच के आदेश
इस स्टिंग ऑपरेशन से पश्चिम बंगाल की राजनीति में भूचाल आ गया था। विपक्ष ने मामले की CBI जांच की मांग की थी। इसको लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट ने 2017 में CBI जांच का आदेश दिया था। जिसके बाद CBI इसकी जांच कर रही है।
CBI कार्यालय में हुई थी चारों नेताओं की गिरफ्तारी
बता दें कि गिरफ्तार होने वालों में राज्य सरकार के मंत्री फिरहाद हाकिम और सुब्रत मुखर्जी, TMC विधायक मदन मित्रा और कोलकाता के पूर्व मेयर शोभन चटर्जी शामिल हैं। सुबह करीब 9 बजे केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान सबसे पहले फिरहाद हाकिम को उनके घर से पूछताछ के लिए CBI के निजाम पैलेस स्थित कार्यालय पर ले गए थे। उसके बाद सुब्रत मुखर्जी और दो अन्य नेताओं को भी बुलाया गया था। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
राज्यपाल धनकड़ ने दी थी कार्रवाई की मंजूरी
बता दें कि राज्य के राज्यपाल जगदीप धनखड़ की ओर से इन नेताओं के खिलाफ मामला चलाने की मंजूरी मिलने के बाद CBI ने इस मामले में कार्रवाई की है। हालांकि पश्चिम बंगाल विधानसभा के स्पीकर बिमान बनर्जी इस कार्रवाई को असंवैधानिक बताया है। उन्होंने कहा, "ये सभी गिरफ्तारी असंवैधानिक हैं, क्योंकि हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार किसी विधायक को गिरफ्तार करने से पहले विधानसभा स्पीकर से इजाजत ली जाती है, लेकिन मुझसे कोई इजाजत नहीं ली गई है।"
मुख्यमंत्री बनर्जी और TMC ने जताया कार्रवाई पर विरोध
CBI की इस कार्रवाई पर TMC ने कड़ा विरोध जताया है। मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि CBI ने यह कार्रवाई राजनीतिक बदले लेने के लिए की है। इसके बाद मुख्यमंत्री बनर्जी सांसद कल्याण बनर्जी और सांतनु सेन के साथ CBI कार्यालय पहुंच गई थी। यहां उन्होंने विरोध जताते हुए अधिकारियों से कहा था, "मुझे भी गिरफ्तार करो।" इसके बाद बनर्जी अपने समर्थकों के साथ CBI कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गई और नेताओं की रिहाई की मांग की।
केंद्रीय बलों और TMC समर्थकों के बीच हुई झड़प
CBI कार्यालय के बाहर मुख्यमंत्री के धरने पर बैठने के बाद वहां समर्थकों की भारी भीड़ जमा गई। इस दौरान समर्थकों को रोकने के प्रयास में केंद्रीय बलों की कई बाद उनसे झड़पें भी हुई। इस दौरान समर्थकों ने जमकर प्रदर्शन करते हुए पथराव किया और केंद्रीय बलों के अधिकारियों से धक्का-मुक्की की। ऐसे में सुरक्षा बलों के जवानों को उत्तेजित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इससे स्थिति नियंत्रण में आई।
यहां देखें झड़प की तस्वीरें और वीडियो
राज्यपाल ने बंगाल के हालातों को बताया चिंताजनक
TMC समर्थकों के उप्रदव पर राज्यपाल धनखड़ ने ट्वीट कर बंगाल की स्थिति को चिंताजनक बताया। उन्होंने लिखा, 'बंगाल की स्थिति चिंताजनक है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को संवैधानिक मानदंडों और कानून के शासन का पालन करवाना चाहिए।'
विशेष CBI कोर्ट ने दी अंतरिम जमानत
ममता बनर्जी दोना मंत्रियों सहित चारों नेताओं की रिहाई के लिए करीब छह घंटे तक CBI कार्यालय में जमी रही। वह लगातार नेताओं की रिहाई की मांग कर रही थी। बाद में स्थिति बिगड़ती देखकर CBI अधिकारियों ने चारों नेताओं को विशेष CBI कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें अंतरिम जमानत दे दी गई। हालांकि, अब CBI के जमानत को रद्द कराने के लिए कोलकाता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाए जाने की उम्मीद की जा रही है।
जमानत मिलने के बाद मंत्री फिरहाद ने भाजपा पर साधा निशाना
जमानत मिलने के कुछ ही देर बाद मंत्री फिरहाद हकीम ने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, "आज का दिन मुझे और मेरे सहयोगियों को परेशान और प्रतिशोध लेने का दिन था। भाजपा बंगाल के लोगों से अपना प्रतिशोध ले रही है। TMC को भारी अंतर से जीत दिलाने के लिए बंगाल के लोगों पर प्रतिशोध सामना करना पड़ रहा है।" उन्होंने कहा, "भाजपा ने सत्ता के लिए कोरोना काल में लाखों लोगों की जिंदगी खतरे में डाल दी।"