भाजपा सांसद बोले- संस्कृत बोलने से ठीक होता है नर्वस सिस्टम, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश से भाजपा सांसद गणेश सिंह संस्कृत भाषा को लेकर दिए अपने बयान के कारण चर्चा में आ गए हैं।
उन्होंने कहा कि संस्कृत बोलने से नर्वस सिस्टम बेहतर होता है और डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। इसके लिए उन्होंने अमेरिका के एक अकादमिक संस्थान के शोध का हवाला दिया।
दरअसल, गणेश सिंह लोकसभा में संस्कृत विश्वविद्यालय बिल पर अपनी बार रख रहे थे। इसी दौरान उन्होंने संस्कृत को लेकर यह बयान दिया।
जानकारी
संस्कृत पर आधारित हैं 97 फीसदी भाषाएं- सिंह
सिंह ने चर्चा के दौरान अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA के शोध का हवाला देते हुए कहा कि अगर कंप्यूटर की प्रोग्रामिंग संस्कृत में की जाए तो इसमें किसी प्रकार की खामी नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि दुनिया की 97 फीसदी भाषाएं संस्कृत पर आधारित हैं।
बिल पारित
लोकसभा से पास हुआ संस्कृत विश्वविद्यालय बिल
चर्चा के बाद गुरुवार को लोकसभा ने संस्कृत विश्वविद्यालय विधेयक 2019 को पारित कर दिया।
इसके तहत देश में तीन मानद संस्कृत विश्वविद्यालयों को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया है।
जिन तीन विश्वविद्यालयों को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया है, उनमें दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान, श्री लाल बहादुर शास्त्री विद्यापीठ और तिरुपति स्थित राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ शामिल हैं।
इस बिल पर चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी ने संस्कृत भाषा में अपनी बात रखी।
बेतुका बयान
मंदी को लेकर केंद्रीय मंत्री ने दिया बेतुका बयान
भाजपा नेताओं द्वारा चर्चित बयान दिये जाने का यह पहला मामला नहीं है।
पिछले महीने अर्थव्यवस्था में मंदी पर प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक के बेलगाम से सांसद और केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगडी ने कहा कि एयरपोर्ट और ट्रेन भरे हुए हैं और लोग शादियां कर रहे हैं, इससे संकेत मिलता है कि अर्थव्यवस्था ठीक है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग सरकार की छवि खराब करने के लिए मंदी का माहौल बना रहे हैं।
बेतुका बयान
बंगाल भाजपा प्रमुख ने कही थी दूध में सोने की बात
पिछले महीने ही पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने गायों के दूध में सोना होने की बात कही थी।
उन्होंने कहा था कि देश की गायों के दूध में सोना मिला होता है इसलिए उनका दूध पीला होता है।
उन्होंने कहा था विदेशी नस्लों की गाय, गाय नहीं बल्कि जानवर होती है। घोष ने कहा कि वो ऐसी गायों को गोमाता नहीं आंटी मानते हैं और ऐसी आंटियों की पूजा देश के लिए अच्छी नहीं होती।