महाराष्ट्र: अब उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की मांग, मातोश्री के बाहर लगाई गई होर्डिंग
महाराष्ट्र में सरकार गठन को गतिरोध के बीच अब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की मांग करने वाली होर्डिंग लगाई गई है। इससे पहले उनके बेटे आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की मांग करने वाले पोस्टर लगाए गए थे। बता दें कि मुख्यमंत्री पद के बंटवारे को लेकर ही शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी में समझौता नहीं हो पाया है और दोनों के गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद सरकार नहीं बन पाई है।
मातोश्री के बाहर लगाई गई होर्डिंग
उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की मांग करने वाली होर्डिंग को रविवार को उनके निवास स्थान मातोश्री के बाहर लगाया गया। इसमें उनके अलावा उनके दिवंगत पिता बाल ठाकरे और बेटे आदित्य ठाकरे की तस्वीर भी लगी हुई है। इससे पहले 24 अक्टूबर को चुनाव परिणाम घोषित करने के होने बाद ऐसे ही कुछ पोस्टर आदित्य के समर्थन में लगे थे, जिनमें उन्हें मुख्यमंंत्री बनाने की मांग की गई थी।
ठाकरे परिवार से चुनाव लड़ने वाले पहले सदस्य हैं आदित्य ठाकरे
आदित्य ठाकरे अपने परिवार से चुनाव लड़ने वाले पहले सदस्य हैं और इसलिए चुनाव के समय ही उन्हें उप मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा था। हालांकि चुनाव बाद परिस्थितियां बदलीं और शिवसेना को मुख्यमंत्री पद भी अपनी जद में नजर आने लगा। इसी कारण पहले आदित्य को मुख्यमंत्री बनाने की मांग करने वाले पोस्टर लगे और अब सारे समीकरण बिगड़े होने के बावजूद उद्धव के समर्थन में पोस्टर लगाए गए हैं।
राज्यपाल से न्योता मिलने पर शिवसेना की भाजपा को बधाई, खरीद-फरोख्त को लेकर चेताया
उद्धव को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग करने वाली ये होर्डिंग ऐसे समय पर लगी है जब महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते भाजपा को सरकार बनाने का न्योता दे चुके हैं। राज्य भाजपा के शीर्ष नेताओं ने बैठक करके इस न्योते पर विचार विमर्श करेंगे। वहीं शिवसेना ने सरकार बनाने का न्योता मिलने के लिए भाजपा को शुभकामनाएं दी हैं, लेकिन विधायकों की खरीद-फरोख्त का लेकर चेताया है।
शिवसेना और कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया है खरीद-फरोख्त की कोशिश का आरोप
बता दें कि राज्य में सरकार गठन को लेकर गतिरोध के बीच विधायकों की खरीद-फरोख्त भी एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है। शिवसेना और कांग्रेस ने भाजपा पर 25-50 करोड़ रुपये में उनके विधायक खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। अपने विधायकों से बचाने के लिए जहां शिवसेना ने उन्हें मुंबई के एक होटल में शिफ्ट कर दिया है, वहीं कांग्रेस अपने विधायक को जयपुर के एक होटल में रख रही है।
NCP ने दिए शिवसेना के साथ सरकार बनाने के संकेत
भाजपा को सरकार बनाने का न्योता मिलने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता नवाब मलिक ने भी अपने बयान में इसी तरफ संकेत दिया। उन्होंने कहा, "राज्यपाल को ये सुनिश्चित करना चाहिए भाजपा के पास बहुमत है या नहीं, वर्ना विधायकों की खरीद-फरोख्त होगी।" मलिक ने ये भी कहा कि अगर शिवसेना भाजपा की सरकार गिराने के लिए विधानसभा में उसके खिलाफ वोटिंग करती है तो NCP शिवसेना के साथ वैकल्पिक सरकार बनाने की कोशिश करेगी।
क्या है विधानसभा का गणित?
अगर महाराष्ट्र विधानसभा के आंकड़ों की बात करें तो किसी भी एक पार्टी को बहुमत नहीं लिया है। भाजपा को भाजपा को 105, शिवसेना को 56, कांग्रेस को 44 और NCP को 54 सीटें मिली हैं। ऐसे में भाजपा के लिए सरकार बनाना कठिन होगा।