
राहुल गांधी के 'आत्मसमर्पण' वाले कटाक्ष पर शशि थरूर ने केंद्र सरकार का बचाव किया
क्या है खबर?
अमेरिका समेत अन्य देशों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता शशि थरूर ने राहुल गांधी के बयान पर केंद्र सरकार का बचाव करके सबको चौंका दिया है।
दरअसल, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को यह दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फोन के बाद आत्मसमर्पण कर दिया था।
इस संबंध में जब थरूर से पूछा गया तो उन्होंने दोहराया कि तीसरे पक्ष का कोई हस्तक्षेप नहीं था।
बयान
थरूर ने क्या कहा?
वाशिंगटन डीसी स्थित नेशनल प्रेस क्लब में थरूर से एक पत्रकार ने राहुल के 'आत्मसमर्पण' वाले बयान का जिक्र करते हुए सवाल किया था।
इस पर थरूर बोले, "भारत को रुकने के लिए के लिए किसी के कहने की जरूरत नहीं थी, क्योंकि हमने बताया था कि जैसे पाकिस्तान रुकेगा, हम रुक जाएंगे। इसलिए अगर उन्होंने (ट्रंप) पाकिस्तानियों से कहा कि आप रुक जाएं, क्योंकि भारत रुकने को तैयार हैं और उन्होंने ऐसा ही किया। यह उनका शानदार इशारा है।"
बयान
थरूर बोले- पाकिस्तान के साथ बल की भाषा इस्तेमाल करेंगे
थरूर ने कहा, "जब तक पाकिस्तान आतंकवाद की भाषा का इस्तेमाल करता रहेगा, हमें पाकिस्तानियों के साथ वही भाषा बोलने में कोई परेशानी नहीं होगी। हम बल की भाषा का इस्तेमाल करेंगे और इसके लिए किसी तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं होगी। मुझे विस्तार से बताने में कोई दिलचस्पी नहीं, क्योंकि भारत अमेरिका के साथ बहुत महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारी साझा करता है। हम अमेरिका का सम्मान करते हैं।"
थरूर की टिप्पणी का प्रतिनिधिमंडल में शामिल मिलिंद देवड़ा ने समर्थन किया।
निशाना
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को भोपाल में प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान से संघर्ष के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के फोन के बाद आत्मसमर्पण कर दिया।
उन्होंने मोदी की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से तुलना करते हुए कहा कि 1971 में अमेरिका के दबाव के बावजूद वह कभी पीछे नहीं हटीं।
राहुल ने कहा कि कांग्रेस कभी पीछे नहीं हटती, जबकि ये लोग (भाजपा और RSS) आत्मसमर्पण कर देते हैं।