झूठी खबर फैलाने के आरोप में शशि थरूर और छह पत्रकारों पर देशद्रोह का केस
किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान किए गए ट्वीट्स को लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर और छह पत्रकारों पर उत्तर प्रदेश के नोएडा में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने ट्वीट्स में दिल्ली पुलिस के एक किसान को गोली मारने से संंबंधित गलत दावे किए। जिन छह पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, उनमें राजदीप सरदेसाई, मृणाल पांडे, विनोद जोस, जफर आगा, परेश नाथ और अनंत नाथ शामिल हैं।
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौकेे पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान ITO पर एक किसान की ट्रैक्टर पलटने से मौत हो गई थी। हालांकि किसानों ने पुलिस की गोली से उसकी मौत की बात कही और इसी दावे को लेकर शशि थरूर और सरदेसाई समेत तमाम लोगों ने ट्वीट किया। इन्हीं ट्वीट्स के लिए अब थरूर और छह पत्रकारों पर नोएडा में केस दर्ज किया गया है।
नोएडा के शख्स के बयान के आधार पर दर्ज की गई FIR
नोएडा के ही एक शख्स की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई इस FIR में थरूर और अन्य आरोपियों पर गलत रिपोर्टिंग और समाज में नफरत फैलाने का आरोप लगाया गया है। शिकायत में कहा गया है कि डिजिटल ब्रॉडकास्ट और सोशल मीडिया पोस्ट्स के जरिए इन्होंने दावा किया कि किसान को दिल्ली पुलिस ने गोली मारी है। उनके खिलाफ देशद्रोह, आपराधिक साजिश और शत्रुता पैदा करने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
राजदीप पर उनका चैनल भी कर चुका है कार्रवाई
बता दें कि राजदीप सरदेसाई के ट्वीट और वीडियो के लिए उनका चैनल 'इंडिया टुडे' भी उन पर कार्रवाई कर चुका है और उन्हें कुछ दिन के लिए ऑफ एयर कर दिया गया है।
ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई थी हिंसा
पिछले दो महीने से शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे किसान आंदोलन में कल ट्रैक्टर परेड के दौरान अचानक से हिंसा हो गई थी और किसानों का एक धड़ा तय रास्ते से हटकर ITO होते हुए लाल किले पहुंच गया। इस दौरान उनकी ITO और लाल किले समेत अन्य कई जगहों पर पुलिस के साथ जबरदस्त भिडंत हुई और उन्होंने कई बसों और वाहनों को निशाना बनाया। कुछ किसानों ने लाल किले पर सिख धर्म का झंडा भी फहराया।
राकेश टिकैट और दर्शन पाल सिंह समेत कई किसानों के खिलाफ भी केस दर्ज
ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई इस हिंसा में दिल्ली के 300 से अधिक जवान घायल हुए हैं और उसने मामले में 22 FIR दर्ज की हैं। इन FIR में योगेंद्र यादव, राकेश टिकैट, दर्शन पाल, राजिंदर सिंह, बलवीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल और जोगिंदर सिंह समेत कई किसान नेताओं के नाम शामिल हैं। इन किसान नेताओं को नोटिस भी भेजा गया है, जिसमें उनसे पूछा गया है कि शर्तें तोड़ने के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न हो।