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राज्यसभा की साल 2026 में बदलेगी सूरत, जानिए कहां से कितने सांसदों का खत्म होगा कार्यकाल
साल 2026 में राज्यसभा से खाली होंगी 70 से अधिक सीटें

राज्यसभा की साल 2026 में बदलेगी सूरत, जानिए कहां से कितने सांसदों का खत्म होगा कार्यकाल

Dec 30, 2025
07:11 pm

क्या है खबर?

साल 2025 तेजी से खत्म होने की ओर बढ़ रहा है और सभी को नववर्ष यानी 2026 का नई उम्मीदों के साथ इंतजार है। आने वाला साल संसद के उच्च सदन यानी राज्यसभा के लिए बड़े बदलाव वाला रहने वाला है। अगले साल राज्यसभा की करीब 75 सीटें खाली होंगी और इन सभी सीटों पर नए सांसद चुनकर संसद पहुंचेंगे। ऐसे में आइए जानते हैं नए साल में राज्यसभा का समीकरण क्या रहेगा और कौनसा दल मजबूत या कमजोर होगा।

सीट

किस राज्य की कितनी सीटें होंगी खाली?

साल 2026 के अप्रैल, जून और नवंबर महीने में कुल मिलाकर राज्यसभा की 75 सीटें खाली होंगी और उन पर नए सिरे से चुनाव आयोजित होंगे। इनमें उत्तर प्रदेश की 10, महाराष्ट्र 7, तमिलनाडु 6, बिहार और पश्चिम बंगाल 5-5, गुजरात, आंध्र प्रदेश और ओडिशा 4-4, राजस्थान और असम 3-3, झारखंड, तेलंगाना, हरियाणा, छत्तीसगढ़ 2-2, हिमाचल प्रदेश 1 और तीन पूर्वोत्तर राज्यों से भी 4 सीटें खाली होंगी। इस वजह से कई बड़े नेताओं का कार्यकाल खत्म हो जाएगा।

नेता

अगले साल इन बड़े नेताओं का खत्म होगा कार्यकाल

साल 2026 में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, दिग्विजय सिंह, अभिषेक मनु सिंघवी शक्ति सिंह गोहिल, JDS नेता एचडी देवगौड़ा, NCP प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) नेता प्रियंका चतुर्वेदी JMM नेता शिबू सोरेन (मरणोपरांत), भाजपा नेता हरदीप सिंह पुरी, बीएल वर्मा, रवनीत सिंह बिट्टू, जॉर्ज कुरियन, नरहरी अमीन, JDU नेता हरिवंश नारायण सिंह, रामनाथ ठाकुर, राष्ट्रीय लोक माेर्चा के उपेन्द्र कुशवाहा, BSP सांसद रामजी गौतम, रामदास आठवले, कनिमोझी, अभिषेक मनु सिंघवी, दिनेश शर्मा, पिल्लई सुभाष और रामगोपाल यादव सेवानिवृत्त होंगे।

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सीट

अप्रैल में 37 और जून में 25 सीटें होंगी खाली

अप्रैल 2026 में 10 राज्यों से राज्यसभा की 37 सीटें खाली होंगी। इनमें बिहार और पश्चिम बंगाल की 5-5, तेलंगाना की 2, तमिलनाडु की 6, ओडिशा की 4, महाराष्ट्र की 7, हिमाचल की 1, हरियाणा और छत्तीसगढ़ की 2-2 और असम की 3 सीटें खाली होंगी। इसी तरह जून 2026 में आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और गुजरात की 4-4, मध्य प्रदेश की 3, राजस्थान की 3, झारखंड की 2, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और मिजोरम की 1-1 सीटें खाली हो जाएंगी।

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जानकारी

नवम्बर 2026 में 2 राज्यों से 11 सीटें खाली होंगी

नवंबर 2026 में उत्तर प्रदेश से सबसे अधिक 11 सीटें खाली होंगी। इनमें अधिकतर भाजपा से चुने सांसद होंगे। इसी तरह एक सीट उत्तराखंड से खाली होगी। इन सभी सीटों को चुनाव के जरिए दोबारा से भरने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

पार्टी

चुनावों में किस पार्टी को मिल सकती है कितनी सीटें?

अप्रैल 2026 में बिहार की 5 सीटें खाली होगी। इनमें से RJD सांसद प्रेमचंद गुप्ता और अमरेंद्र धारी सिंह, JDU के सांसद हरिवंश नारायण सिंह और रामनाथ ठाकुर और RLM सांसद उपेन्द्र कुशवाहा शामिल हैं। बिहार विधानसभा के मौजूदा समीकरण के आधार पर चुनाव में 4 सीटें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को मिलेंगी, जबकि 5वीं सीट पर भी NDA का पलड़ा भारी रहेगा। राजनीतिक अनुमान के मुताबिक, महाराष्ट्र में महायुति को 6 और विपक्ष को 1 सीट मिल सकती है।

अन्य

कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में क्या रहेगा समीकरण?

कर्नाटक में 4 सीटों पर चुनाव होंगे। यहां 3 सीटें कांग्रेस और 1 सीट विपक्ष को मिल सकती है। भाजपा अपने नेता को भेजेगी या JDS को समर्थन देगी, इस पर फैसला होना बाकी है। उत्तर प्रदेश की 10 सीटों में 7 सीटें भाजपा और 2 सीटें समाजवादी पार्टी को मिल सकती है। एक सीट पर मुकाबला कड़ा होगा। इसी तरह राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत सदस्य और पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई का कार्यकाल मार्च 2026 में खत्म होगा।

जानकारी

BSP को लगेगा बड़ा झटका

उत्तर प्रदेश में संख्या बल के हिसाब से 10 सीटों में से 8 भाजपा और 2 SP हासिल कर लेगी। इस तरह से बसपा की सीट शून्य हो जाएगी। 36 सालों में पहली बार ऐसा होगा जब BSP की राज्यसभा में सीट नहीं होगी।

बहुमत

राज्यसभा में फिलहाल NDA के हैं 129 सांसद

राज्यसभा में फिलहाल NDA के 129 और विपक्ष के 78 सांसद हैं। हालांकि, अगले साल NDA की सीटें बढ़ सकती हैं। राज्यसभा की जिन 73 सीटों पर चुनाव होने हैं, उनमें से 43 सीटें फिलहाल भाजपा के पास हैं। राजनीतिक आकलन के मुताबिक, 2026 के राज्यसभा चुनाव में NDA को करीब 48 सीटें मिल सकती हैं। अगर ऐसा होता है, तो राज्यसभा में NDA की ताकत बढ़ेगी और सरकार के लिए कानून पास करना आसान हो जाएगा।

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