राज्यसभा में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने RSS की तारीफ की, मल्लिकार्जुन खड़गे ने मनुवादी बताया
राज्यसभा में सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का जिक्र आया तो सत्ता और विपक्ष में विवाद छिड़ गया। दरअसल, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने धन्यवाद भाषण में RSS संस्था पर कब्जा करने समेत कई आरोप लगाए, जिस पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भड़क गए। उन्होंने कहा, "आप कह रहे एक संस्था ने कब्जा कर लिया। यह गलत है। कोई व्यक्ति RSS का सदस्य है तो क्या यह अपराध है?"
आगे क्या बोले धनखड़?
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने आगे कहा, "किस बात का सांप्रदायिक है। एक संस्था है। राष्ट्र का कार्य कर रही है। राष्ट्रीय हित में कार्य कर रही है। देश और दुनिया में प्रमाणित लोग हैं। देश के लिए योगदान दे रहे हैं। दुनिया के अंदर सबसे ज्यादा अपनी योग्यता दे सकते हैं हम। ये रिकॉर्ड में नहीं जाएगा।" इस पर खड़गे बोले, "ये विचारधारा देश के लिए खतरनाक विचारधारा है। ये मनुवादी है। ये स्त्रियों और दलितों को शिक्षण नहीं देना चाहते।"
जेपी नड्डा ने जताई नाराजगी
राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा खड़गे के बयान पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता ने RSS के बारे में जो कहा है वह बहुत गैर-जिम्मेदाराना व्यक्तव्य है। इसे हटाना चाहिए। इन्हें संस्था के बारे में कोई जानकारी नहीं है।