राजस्थान: मुस्लिम विधायकों ने ली संस्कृत में शपथ, राजस्थानी में शपथ लेने से रोका गया
राजस्थान की विधानसभा में बुधवार को नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई गई। इस दौरान कई विधायकों ने अलग-अलग भाषाओं में शपथ ली। सबसे अधिक चर्चा डीडवाना से जीतकर आए निर्दलीय विधायक युनूस खान और रामगढ़ सीट से कांग्रेस विधायक जुबैर खान को लेकर हो रही है, जिन्होंने संस्कृत में शपथ ली। उनके अलावा संस्कृत में उदयलाल भड़ाना, गोपाल लाल शर्मा, जोगेश्वर गर्ग, कैलाश चंद्र मीणा, गढ़ी, गोपाल शर्मा, छगन सिंह राजपुरोहित, रामगढ़ जेठानंद व्यास, जोराराम कुमावत ने शपथ ली।
वसुंधरा के करीबी यूनुस तीसरी बार विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे
वसुंधरा राजे के करीबी यूनुस तीसरी बार डीडवाना से विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे हैं। वह दूसरे निर्दलीय उम्मीदवार हैं, जो डीडवाना से जीते। उनसे पहले 1993 में डीडवाना से कोई निर्दलीय उम्मीदवार जीता था। यूनुस ने वर्ष 2003 में पहली बार भाजपा के टिकट से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीते थे। वह डीडवाना से जीतने वाले पहले मुस्लिम विधायक थे। 2013 में भी वह जीते। 2018 में वह कांग्रेस से हारे थे। इस बार वह बागी होकर चुनाव लड़े थे।
2 विधायकों को राजस्थानी भाषा में शपथ लेने से रोका गया
राजस्थान विधानसभा में ऐसा भी वाकया सामने आया, जब कोलायत से युवा विधायक अंशुमन भाटी और शिव से विधायक रविंद्र भाटी ने राजस्थानी भाषा (मायड़) में शपथ लेना शुरू किया। उनको तुरंत प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ ने रोका। उन्होंने जानकारी दी कि संविधान की आठवीं अनुसूची में राजस्थानी भाषा शामिल न होने के कारण वह उसमें शपथ नहीं ले सकते। उन्होंने हिंदी, अंग्रेजी या संस्कृत में शपथ लेने को कहा। इसके बाद दोनों विधायकों ने हिंदी में शपथ ली।