अमेरिका दौरे पर राहुल गांधी ने फिर नरेंद्र मोदी और RSS पर निशाना साधा, क्या बोले?
अमेरिका के 3 दिवसीय दौरे पर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर निशाना साधा और लोकसभा चुनाव 2024 की निष्पक्षता पर सवाल उठाया। उन्होंने वर्जीनिया के हर्नडॉन में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री ने मीडिया और एजेंसियों से काफी डर फैलाया, लेकिन सब गायब हो गया। योजनाओं और पैसे से डर को फैलाने में सालों लगे, लेकिन खत्म होने में बस कुछ सेकंड लगे।
प्रधानमंत्री मोदी पर किया कटाक्ष
राहुल ने आगे कहा, "आप यह देख सकते हैं और मैं इसे संसद में देखता हूं। मैं प्रधानमंत्री को सामने देखता हूं और मैं आपको बता सकता हूं कि श्री मोदी का विचार, 56 इंच का सीना, भगवान से सीधा संबंध, यह सब खत्म हो गया और अब इतिहास है।" कांग्रेस नेता ने कहा, "जब उन्होंने कहा कि वह सीधे भगवान से बात करते हैं तो हमें पता था कि हमने उन्हें अंदर से मनोवैज्ञानिक रूप से तोड़ दिया है।"
RSS को लेकर क्या बोले राहुल?
RSS पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि संगठन कुछ राज्यों को दूसरों से कमतर बताते हैं और RSS ऐसा इसलिए कहता है क्योंकि वे भारत को नहीं समझते। राहुल बोले, "RSS कहता है कि कुछ राज्य, कुछ भाषाएं, कुछ धर्म और कुछ समुदाय अन्य राज्य, भाषा, धर्म और समुदायों से हीन हैं। आप जहां जाएं, सबका अपना इतिहास और परंपरा है और हर एक महत्वपूर्ण है। RSS विचारधारा कहती है तमिल, मणिपुरी, मराठी, बंगाली सभी निम्न भाषाएं हैं।"
लोकसभा चुनाव 2024 पर सवाल
इसके बाद राहुल वाशिंगटन डीसी स्थित जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने छात्रों के साथ संवादात्मक सत्र में भाग लिया। यहां उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 की निष्पक्षता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग वही कर रहा था, जो भाजपा चाहती थी। पूरा अभियान इस तरह बनाया गया कि नरेंद्र मोदी देशभर में अपना काम करें। जहां भाजपा कमजोर थी, उन्हें मजबूत वाले राज्यों से अलग तरह डिजाइन किया गया। मैं इसे स्वतंत्र नहीं नियंत्रित चुनाव के रूप में देखता हूं।"
मुझे नहीं लगता भाजपा 246 के करीब थी- राहुल
राहुल ने आगे कहा, "गरीब और उत्पीड़ित भारत ने समझ लिया है कि अगर संविधान खत्म हुआ तो पूरा खेल खत्म हो जाएगा। गरीबों ने समझ लिया है कि यह संविधान खत्म करने वाले और उनको बचाने वालों के बीच की लड़ाई है। जातिगत जनगणना भी बड़ा मुद्दा बन गया है। मुझे नहीं लगता कि भाजपा निष्पक्ष चुनाव में 246 सीटों के करीब थी। उनके पास बड़ा आर्थिक लाभ था और हमारे बैंक खाते सीज कर दिए गए थे।"