'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को अनुमति नहीं दे रही असम सरकार, लोगों को धमका रही- राहुल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' का आज 8वां दिन है। रविवार को यात्रा अरुणाचल प्रदेश और असम बॉर्डर पर स्थित राजगढ़-होलोंगी इलाके से दोबारा असम में दाखिल हुई। इस दौरान राहुल ने जनता को संबोधित करते हुए असम की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि असम सरकार लोगों को धमका रही है और राज्य में विभिन्न यात्रा कार्यक्रमों की अनुमति देने से इनकार कर रही है।
राहुल बोले- असम की जनता के साथ हो रहा अन्याय
राहुल ने कहा, "असम की जनता के साथ अन्याय हो रहा है। यहां के युवा स्कूल और कॉलेज जाने के लिए लाखों रुपये खर्च करते हैं, लेकिन फिर उन्हें पता चलता है कि उन्हें असम में रोजगार नहीं मिल सकता।" उन्होंने कहा, "देश की पूरी सरकार चुनिंदा उद्योगपतियों के लिए चलती है। इसके खिलाफ हमने न्याय यात्रा निकाली है। भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) देश में नफरत और हिंसा फैला रही है और जनता को भाजपा से खतरा है।"
मुख्यमंत्री से असम की जनता नहीं डरती- राहुल
कांग्रेस नेता राहुल ने कहा कि हिंदुस्तान के सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा हैं और यह बात असम की जनता और पूरा देश जानता है। उन्होंने कहा, "जो लोग हमें धमका रहे हैं, वो यह जान लें कि यह मेरी यात्रा नहीं है। यह असम की जनता की यात्रा है। मैं और जनता मुख्यमंत्री से डरती नहीं हैं और उन्हें जो करना हैं, कर लें। वह सरकार के मंसूबे कामयाब नहीं होने देंगे।"
कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया हमले का आरोप
शनिवार को कांग्रेस ने असम के लखीमपुर में भाजपा पर यात्रा वाहनों पर हमले और यहां बैनर-पोस्टर फाड़ने का आरोप लगाया था। कांग्रेस ने घटना को लेकर 54 सेकंड का एक वीडियो जारी किया, जिसमें कुछ लोगों यात्रा के पोस्टर और बैनर हटाते दिख रहे हैं। इससे पहले शुक्रवार को यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर कुछ लोगों ने हमला भी किया था। हालांकि, भाजपा की असम इकाई ने कथित घटनाओं में पार्टी की संलिप्तता से इनकार किया है।
अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में सुरक्षा बलों की होगी तैनाती- मुख्यमंत्री
इस बीच असम के मुख्यमंत्री सरमा ने कांग्रेस की न्याय यात्रा के दौरान राज्य के अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में हिंसा भड़कने की संभावना व्यक्त करते हुए यहां सुरक्षाबलों की तैनाती की बात कही है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन कांग्रेस की न्याय यात्रा के दौरान अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों के संवेदनशील मार्गों पर हिंसा भड़क सकती है और जगह-जगह पर कमांडो की तैनाती की जाएंगी।
न्यूजबाइट्स प्लस
राहुल ने 14 जनवरी को मणिपुर से न्याय यात्रा शुरू की है और वह यात्रा के दौरान 67 दिनों में 6,700 किलोमीटर से अधिक का सफर तय करेंगे। उनकी यात्रा मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात से होते हुए 15 मार्च को महाराष्ट्र के मुबंई में समाप्त होगी। काग्रेस के अनुसार, यह यात्रा लोगों को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय दिलाने पर केंद्रित है।