राहुल गांधी ने अलीगढ़ और हाथरस में भगदड़ पीड़ितों से मुलाकात की, मदद का आश्वासन दिया
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार सुबह अलीगढ़ पहुंच गए। यहां उन्होंने हाथरस में भगदड़ के दौरान जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मुलाकात की। राहुल सुबह 5 बजे ही दिल्ली से अलीगढ़ के लिए रवाना हुए। वह सबसे पहले पिलखना गांव में मंजू देवी के घर पहुंचे। मंजू देवी और उनके 6 साल के बेटे की भगदड़ में मौत हुई है। राहुल ने उनके परिवार को सांत्वना दी और मदद का आश्वासन दिया।
अलीगढ़ से हाथरस पहुंचे राहुल
पिलखना गांव में मंजू देवी और उनके बेटे के अलावा 3 अन्य महिलाओं की मौत भगदड़ के कारण हुई है। राहुल ने उन सभी के परिजनों से मुलाकात की। राहुल से मिलते ही परिवार के लोग रोने-बिलखने लगे। राहुल ने उनको ढांढस बंधाया। अलीगढ़ के बाद राहुल सीधे हाथरस के लिए रवाना हो गए। यहां उन्होंने पीड़ितों के परिवारों से काफी देर बात की। इसके बाद उन्होंने घायलों से भी हालचाल लिया। राहुल के साथ कई कांग्रेस नेता मौजूद रहे।
राहुल बोले- विनती करता हूं कि दिल खोलकर मुआवजा दे सरकार
भगदड़ पीड़ितों के परिवारों से मिलने के बाद राहुल गांधी ने हाथरस में पत्रकारों से कहा, "दुख की बात है। बहुत परिवारों को नुकसान हुआ है। काफी लोगों की मृत्यु हुई है। मैं इस पर राजनीति नहीं करना चाहता, लेकिन प्रशासन की कमी तो है और गलतियां हुई हैं। मुआवज़ा सही मिलना चाहिए। मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से विनती करता हूं कि दिल खोलकर मुआवजा दें। मुआवजा जल्दी से जल्दी देना चाहिए। उन्हें जरूरत है। देरी से फायदा नहीं।"
राहुल ने हाथरस में पीड़ितों से मुलाकात की
हादसे में गई है 123 लोगों की जान
मंगलवार को हाथरस के सिकंदराराऊ में भोले बाबा के सत्संग के समापन पर बाहर निकलते समय भगदड़ मच गई। श्रद्धालु बाबा के काफिले के पीछे उनके चरणों की धूल लेने के लिए दौड़े। इस दौरान आयोजकों की लापरवाही से भगदड़ मची और कुचलने से 123 लोगों की मौत हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के लिए हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज की अध्यक्षता में टीम बनाई है। पुलिस ने आयोजन समिति के 6 लोगों को गिरफ्तार किया है।