
राहुल गांधी ने अमेठी से दाखिल किया नामांकन, साथ दिखा पूरा परिवार
क्या है खबर?
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को अपनी पारंपरिक सीट अमेठी से नामांकन दाखिल किया।
इस दौरान उनकी मां सोनिया गांधी, बहन प्रियंका गांधी, जीजा रॉबर्ट वाड्रा और बच्चों समेत पूरा परिवार उनके साथ मौजूद था।
राहुल ने नामांकन से पहले गौरीगंज में एक रोड शो के जरिए शक्ति प्रदर्शन भी किया। रोड शो में प्रियंका भी उनके साथ मौजूद थीं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के अमेठी में 6 मई को पांचवे चरण में मतदान होगा।
ट्विटर पोस्ट
पूरे परिवार संग राहुल का नामांकन
Congress President Rahul Gandhi files his nomination from Amethi for #LokSabhaElections2019 . Sonia Gandhi, Priyanka Gandhi Vadra and Robert Vadra also present. pic.twitter.com/EvNswqEm3N
— ANI UP (@ANINewsUP) April 10, 2019
अमेठी सीट इतिहास
गांधी परिवार और कांग्रेस का गढ़ है अमेठी
अमेठी कांग्रेस की पारंपरिक सीट है और इसे उसका गढ़ माना जाता है।
सबसे पहले राहुल के चाचा संजय गांधी इस सीट से चुनाव लड़े और उनकी मौत के बाद राहुल के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री संजय गांधी यहां से सांसद बने।
राजीव यहां से 4 बार सांसद बने।
राहुल भी लगातार तीन बार से यहां से चुनाव जीतते आ रहे हैं और उनके नाम यहां से सर्वाधिक समय तक सांसद रहने का रिकॉर्ड है।
चुनावी जंग
अमेठी में भाजपा का आक्रामक प्रचार
2004 और 2009 चुनाव में सीट पर आसान जीत दर्ज करने वाले राहुल को पिछले चुनाव में थोड़ी मशक्कत करनी पड़ी और इसका कारण बनीं भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी।
चुनाव में राहुल जीत का अंतर 2009 में 3.70 लाख वोटों से घटकर 1 लाख वोट रह गया था।
स्मृति के लिए नरेंद्र मोदी ने भी यहां प्रचार किया था।
भाजपा इस बार भी यहां आक्रामक प्रचार कर रही है और राहुल को उनके गढ़ में घेरने की पूरी तैयारी है।
जानकारी
कल नामांकन और रोड शो करेंगी स्मृति ईरानी
पिछला चुनाव हारने के बावजूद भी स्मृति ईरानी कई बार यहां आई और राहुल का उन्हीं के गढ़ में घेरा। उन्हें इस बार भी अमेठी से भाजपा का उम्मीदवार बनाया गया है। वह कल अपना नामांकन करेंगी। इस दौरान वह भी एक रोड शो करेगी।
वायनाड सीट
दो सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं राहुल
राहुल इस बार अमेठी के अलावा केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं।
यह पहली बार है जब वह दो जगह से चुनावी मैदान में उतरे हैं।
वह 4 अप्रैल को पहले ही वायनाड सीट से नामांकन दाखिल कर चुके हैं।
उनके यहां से चुनाव लड़ने का कारण दक्षिण भारत के कई राज्यों को एक साथ साधना और इलाके में कांग्रेस को मजबूत करने पर है।
यहां अच्छा प्रदर्शन कांग्रेस के लिए बेहद लाभदायक सिद्ध हो सकता है।