मेरठ जा रहे राहुल और प्रियंका को पुलिस ने रोका, रास्ते से वापस लौटे दोनों नेता
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश के मेरठ में जाने से रोक दिया गया है। दोनों नेता मेरठ मे उन परिवारों से मिलने जा रहे थे, जिनके सदस्य नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शनों में हिंसा के दौरान मारे गए थे। राहुल और प्रियंका लगभग 12:30 बजे दिल्ली से मेरठ के लिए निकले, लेकिन उन्हें मेरठ में प्रवेश होने से पहले रास्ते से वापस लौटा दिया गया।
प्रियंका ने फोन पर की पीड़ित परिवारों से बात
कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि दोनों नेता पीड़ितों का न्याय दिलाने और दर्द साझा करने आए थे। मेरठ जाने से रोके जाने के बाद प्रियंका वाड्रा ने पीड़ित परिवारों से फोन पर बातचीत की।
पुलिस अधिकारी से बात करती हुईं प्रियंका गांधी
प्रशासन ने नहीं दी थी मेरठ जाने की अनुमति
कांग्रेस ने कहा कि उसने प्रिंयका और राहुल समेत तीन नेताओं के लिए मेरठ जाने की इजाजत मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने इजाजत देने से मना कर दिया। पार्टी ने कहा कि सिर्फ तीन नेता मेरठ जा रहे हैं और इनके साथ कोई भीड़ नहीं है। ऐसे में इनको अनुमति दी जानी चाहिए, लेकिन प्रशासन ने इन नेताओं को मेरठ में जाने से पहले ही परतापुर पर रोककर वापस दिल्ली भेज दिया।
पुलिस ने नहीं दिखाए ऑर्डर- राहुल
प्रदर्शनों में हुई थी मेरठ के चार युवकों की मौत
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन हिंसक झड़पों में बदल गए थे। अलग-अलग शहरों में उपद्रवियों ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और आगजनी की। पूरे राज्य में प्रदर्शनों में 16 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से 14 की जान गोली लगने के कारण गई है। अकेले मेरठ में चार युवकों की मौत गोली लगने से हुई है। इन युवकों के परिवारों से मिलने के राहुल और प्रियंका मेरठ जा रहे थे।